पढ़ई तुंहर द्वार — 2.0 के अंतर्गत “बस्ताविहीन शिक्षा” और शैक्षिक परिभ्रमण हेतु शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला चिखलाकसा की कक्षा 8वीं की छात्राओं ने नगर के कंचन केंद्र में जाकर कचरे से कंपोस्ट खाद का निर्माण कैसे किया जाता है; इसके बारे में जानकारी प्राप्त की और कंपोस्ट खाद के उपयोग से होने वाले सभी प्रकार के लाभों को जाना। इसके अतिरिक्त वहां छात्राओं ने हाइड्रोलिक प्रेस के माध्यम से सूखे और अकार्बनिक कचरे जिसका अपघटन, सूक्ष्मजीवों द्वारा नहीं किया जा सकता है; उसके निपटारे की तकनीक को समझा। छात्राओं ने कंचन केंद्र में कार्यरत स्टाफ से जिज्ञासापूर्वक उनकी समिति की क्रियान्वन और उनकी समिति के आय के स्त्रोत के बारे में जानकारी प्राप्त की और उन्होंने इस कार्य को बारीकी से समझते हुए इसे भविष्य में रोजगार के अवसर की तरह जाना और भारत को आत्मनिर्भर बनाने की ओर एक कदम बढ़ाया ।
प्रधानाचार्य शशिकला देशमुख एवं हेमंत गुप्ता सर ने कंचन केंद्र के सभी कर्मचारियों को धन्यवाद दिये औंर उनके कार्यों की सहराना की ।