कर्मचारियों की मनमानी से मदिरा प्रेमी परेशान, अधिकारियों की कार्यशैली भी संदेहास्पद आबकारी आयुक्त ने कही टीम गठित कर कार्यवाई की बात
जगदलपुर – शहर के शासकीय अंग्रेजी शराब दुकानों में कर्मचारियों की मनमानी से मदिरा प्रेमी परेशान हो गए हैं. शराब दुकान में निर्धारित मूल्य से अधिक दामों पर खुलेआम शराब बेची जा रही है. इतना ही नहीं मदिरा प्रेमी जब बिल की मांग करते हैं तो कर्मचारी तू-तू-मैं-मैं पर उतर जाते हैं. सेल्स मैनेजर से शिकायत करने के बावजूद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. यहाँ के मेनेजरों की मनमानी से जहां कर्मचारियों के हौसले बुलंद हैं तो वहीं ग्राहक परेशान हो रहे हैं.
इस संबंध में पड़ताल किया तो पाया कि जिस शराब का मूल्य 120 रुपए है उसे कर्मचारियों द्वारा बिना बिल के 130 रुपए में बेचा जा रहा है. 140 रुपए वाली शराब को 150 रुपए में बेचा जा रहा है. 70 रुपए वाली शराब को 80 में बेचा जा रहा है. ग्राहकों से निर्धारित मूल्य से अधिक दाम खुलेआम लिया जा रहा है. बिल की मांग करने पर दुत्तकार कर भगा दिया जाता है और शराब नहीं देने की बात कही जाती है. ऐसे में जिम्मेदारों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं करना समझ से परे है. यही नहीं, इस पुरे बंदरबांट में आबकारी विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली भी संदेह के दायरे में आ रही है.
बेची जा रही खुलेआम अवैध शराब
शासकीय शराब दुकान में एक-एक ग्राहकों को शराब देने की मात्रा भी निर्धारित है, लेकिन देखा जा रहा कि एक व्यक्ति को 10-10 बोतल शराब दी जा रही है. इसके चलते अवैध शराब का धंधा शहर और आस पास के इलाकों में फल-फूल रहा है.
राजस्व का भारी नुकसान
शहर के दुकानों में कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे बन्दरबांट के चलते शासन को राजस्व का भारी नुकसान भी हो रहा है. यहाँ यह कहना लाजमी है कि दुकान के कर्मचारियों द्वारा किये जा रहे इस अवैध कृत्य को कहीं न कहीं विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों का संरक्षण प्राप्त है जिससे इनके हौसले बुलंद हो चले हैं.
गलत किया तो जाएगी नौकरी, फिर भी कार्यरत है कर्मचारी
चांदनी चौक स्थित शराब दुकान के पूर्व मैनेजर के विरुद्ध कुछ वर्ष पूर्व विभागीय जांच भी हो चुकी थी और आबकारी की टीम ने यह भी पाया था कि तत्कालीन समय में इस मैनेजर की शय पर धड़ल्ले से ऊँचे दामों पर शराब का विक्रय किया जा रहा था. ऐसे में इस मैनेजर को नौकरी से निकालने के बजाय नया बस स्टैंड के दुकान में स्थानांतरण कर दिया गया. बावजूद, इस दुकान में भी इस मैनेजर ने अपनी मनमानी करना नहीं बंद किया है और आज पर्यंत इसी की शय पर ऊँचे दामों में शराब बिक रही है. जबकि नियम के अनुसार शासकीय नियमों का पालन नहीं करने वाले कर्मचारी को तत्काल निलंबित करने का प्रावधान है. लेकिन आबकारी विभाग इन नियमों से परे हटकर अपनी मनमानी की चरम पर कार्य कर रहा है, जिसकी सुध लेने अब तक आला स्तर पर कोई कार्यवाई नहीं की गयी है.
इस सम्बन्ध में आबकारी आयुक्त निरंजन दास को भी जानकारी प्रदान की गयी थी, जिसके बाद उन्होंने टीम गठित कर जांच करवाने और ऐसे कृत्यों में संलिप्त लोगों पर कार्यवाई करने की बात कही थी. बावजूद, आज पर्यंत तक कोई कार्यवाई नहीं की गयी है.