जब जल जंगल जमीन बचाने की बात आती है तो ग्रामीणों द्वारा ठोस कदम उठाया ही जाता है ऐसे ही मामला देखने को मिला |
ग्राम पंचायत मधोता में पर्यावरण बचाने के लिए वन प्रबंधन समिति का गठन किया गया। समिति का मुख्य उद्देश्य जंगल में हो रहे अवैध कटाई को बचाना जंगल को हरा-भरा रखने और जीवन दायिनी नदियों की रक्षा के लिए ग्रामीणों ने साथ मिलकर एक रोल प्लान तैयार किया है। जिसके तहत ग्राम के महत्वपूर्ण जीवन दायिनी नदियों के तट पर पौधा रोपण कर जलवायु एवं वनस्पति जलावरण क्षमता को बढ़ाया जा सके। टीमवर्क में आम नागरिकों के बीच जागरूकता उत्पन्न कर वनों के अति दोहन को रोकने, प्राकृतिक एवं मानव जनित घटनाओं पर रोक लगाई जाएगी। इसके अलावा वन क्षेत्रों में अवैध रूप से कब्जा किये जमीन एवं पत्थर को समिति द्वारा जप्त किया जाएगा एवं उसे ग्राम के हित कार्यों में लगाया जाएगा |
जंगल में बहुत से जीव जंतु हैं प्राकृतिक संपदा है जंगल में दुर्लभ बारह सिंगा हिरण भालू एवं सूअर ) को बचाना है। इस उद्देश्य की पूर्ति हेतु समिति के लोग वर्षों से बारी-बारी जंगल की चौकीदारी करके जंगल को बचाने का अथक प्रयास कर रहें थे ।किंतु कुछ ग्रामीणों का सहयोग सही नहीं मिल पाया इस वजह से वर्तमान में चौकीदार नियुक्त किया गया है जिसका मानदेय ग्रामवासी प्रतिमाह चंदा करके देते है। समिति का सबसे बड़ा संघर्ष जंगल काटकर खेती बनाने वालों से है कुछ स्वार्थी लोग जंगल को काटकर खेत बना रहें है पिछले कई वर्षों से यह खेल चल रहा है, समिति वाले लगातार इनको हटाने का प्रयास कर थे , किंतु अतिक्रमण जारी रहा इसी प्रयास में दिनांक 12/03/2022 को ठोस कदम उठाते हुए वन प्रबंधन समिति एवं वन रक्षकों के संयुक्त तत्वाधान में अतिक्रमण करने वालों को हटाकर उक्त स्थान पर सागौन पेड़ का पौधरोपण करने का निर्णय लिया गया है।