कांग्रेस इस सीट को जीतने कर रही शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
रायपुर। खैरागढ़ उप चुनाव की सरगर्मी के बीच प्रदेश कांग्रेस कमेटी चुनावी समीक्षा के बहाने विधायक दल की बैठक बुलाई है। पहले यह बैठक प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया के उपस्थिति में 31 मार्च को तय की गई थी। अब इसे रद्द कर 4 अप्रैल को खैरागढ़ में ही करने की रणनीति बनी है। कांग्रेस इसी बहाने विधानसभा क्षेत्र में शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रही है।
खैरागढ़ उप चुनाव में प्रत्याशियों के नाम तय होने के बाद अब कांग्रेस और भाजपा ने अपनी प्रचार की रणनीति बना चुकी है। यहां पर पिछले चुनाव के नतीजे को देखा जाए तो यहां पर कांग्रेस की तीसरे स्थान पर थी। उसे यहां करीब 30 हजार मतों का गड्डा पाटना हाेगा। दोनों पार्टियों ने जातीय समीकरण के आधार पर प्रत्याशी तय किया है। अब यहां मुकाबले की स्थिति स्पष्ट होने के बाद कांग्रेस ने तीन मंत्रियों को पहले ही चुनाव संचालन और अभियान के लिए उतारा है। प्रचार में अब विधायकों को भी जिम्मेदारी देने की तैयारी चल रही है। कांग्रेस, विधायक दल की बैठक लेकर सभी विधायकों को प्रचार की रणनीति तय करने 31 मार्च को बैठक बुलाई थी। इस दौरान प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया भी राज्य के दौरे पर थे। वे खैरागढ़ और रायपुर दोनाें जगहों पर चुनाव को लेकर अलग-अलग स्तर पर संगठन पदाधिकारियों से चर्चा करेंगे। 31 को होने वाली विधायक दल की बैठक को रद्द कर अब इसे 4 अप्रैल को खैरागढ़ में ही कर वहीं पर उन्हें किन क्षेत्रों में जाना है इसे तय किया जाएगा।
हर बूथ तक पहुंचने की तैयारी
खैरागढ़ विधानसभा क्षेत्र राजनांदगांव जिले के अंतर्गत आता है। यहां पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह का प्रभाव होने के कारण कांग्रेस किसी भी कीमत में इस सीट को जीतने का प्रयास कर रही है। यहां पर नामांकन के समय मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल से सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया था। अब विधायकों को उतारकर सरकार अपनी योजनाओं को प्रचार हर बूथ सतर पर करने की तैयारी में लगी है।