Breaking अन्तर्राज्यीय गैंग के ठग पुलिस के चंगुल में, फेसबुक और ओएलएक्स के माध्यम से लोगों को ठगते थे

0
395

* फेसबुक और ओएलएक्स के माध्यम से भोले-भाले लोगों को ठगने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग के 02 आरोपी गिरफ्तार

* मोबाईल हैण्डसेट,कार,बाईक की फोटो सोशल मिडिया से प्राप्त कर स्वंय को आर्मी का जवान बताकर करते थे ठगी।

* यह गिरोह आर्मी कैन्टीन कार्ड,आर्मी जवान की आई.काडर्, आर्मी की वर्दी वाली जवान की फोटो का करते हैं दुरूपयोग।

This image has an empty alt attribute; its file name is food-1-1024x690.jpg

* आरोपियों से 03 नग मोबाईल सेट, 05 सिम कार्ड, 45 से 50 लाख रूपये की लेन-देन वाली 04 नग पंजाब नेशनल बैंक खाता का पासबुक, 01 नग इलाहाबाद बैंक का खाता, 03 एटीएम कार्ड, 01 नग पेन कार्ड, 01 नग ड्रायविंग लायसेंस, फर्जी कोरियर रसीद, आर्मी जवान का फर्जी कैंटिन कार्ड, फर्जी आई कार्ड, आधार कार्ड बरामद।            

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बालोद श्री जितेन्द्र सिंह मीणा के निर्देशन एवं पुलिस अनुविभागीय अधिकारी बालोद श्री दिनेश सिन्हा के पर्वेक्षण मे विशेष टीम गठित कर थाना देवरी के अपराध क्रंमाक -100/2020, धारा-420 भादवि 66 डी आई.टी एक्ट के आरोपियों को पकडने जिला अलवर राजस्थान रवाना किया गया था। जिसमें प्रकरण के 02 आरोपी असलम पिता बन्ना निवासी ग्राम- बोरिया बास पाटा थाना-नौगांवा, तहसील-रामगंढ ,जिला- अलवर एवं साकीर खान पिता सपी मोहम्मद खान निवासी ग्राम काला घाटा, थाना-नौगांवा, तहसील-रामगंढ, जिला-अलवर राजस्थान को गिरफ्तार किया गया है।    

This image has an empty alt attribute; its file name is image-7.png

     

मामले का विवरण:- प्रार्थी डोमन लाल साहू पिता सुन्दर लाल साहू पता- बहेराभाठा थाना देवरी जिला बालोद ने ओएलएक्स के माध्यम से पुराना मोबाईल हैण्डसेट खरीदने के नाम से, अज्ञात व्यक्ति द्वारा अपने आप को आर्मी का जवान बता कर फर्जी आर्मी आई.कार्ड , फर्जी आर्मी केन्टीन कार्ड को वाट्सअप के माध्यम से प्रार्थी को भेजा। प्रार्थी को अपने झांसे में लेकर, अपने मोबाईल नम्बर 7436905459 पर एवं डिलिवरी बाॅय के मोबाईल नम्बर 7377785186 पर सम्पर्क कर अपनेे पेटीएम न. 8930756051 के खाते में दिनांक 29.07.2020 से 31.07.2020 तक कुल 36,560/- रूपये ट्रांसफर किया गया है। प्रार्थी को मोबाईल हैण्डसेट नहीं मिलने पर वह ठगा हुआ महसूस किया और थाना देवरी में लिखित शिकायत करने पर अपराध क्रमांक 100/20 ,धारा-420 भादवि 66 डी आई.टी एक्ट पंजीब़द्ध किया गया ।

This image has an empty alt attribute; its file name is image-4.png

   मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बालोद द्वारा विशेष टीम गठित कर राजस्थान रवाना किया गया जिसमे उक्त टीम द्वारा राजस्थान जिला अलवर केे थाना नौगांव क्षेत्र में जाकर 4-5 दिन तक कैम्प लगाकर ग्रामीण वेशभूषा में रहकर पुलिस के जवानो द्वारा संदिग्धों पर लगातार निगाह रखा गया । इस दौरान प्रार्थी को ठगी गई रकम पेटीएम के माध्यम से जिस बैंक खाते मे गया था उस खाता धारक को पता करने पर उसका बाहर जाना पाया। फिर भी टीम द्वारा लोकल संसूचना एवं तकनीकी सहायता से जानकारी प्राप्त कर लिया गया कि खाताधारक का छोटा भाई असलम खान मुख्य आरोपी है। दबिश देकर असलम खान को पकडा गया । पूछताछ पर जुर्म स्वीकारते हुये प्रकरण का मास्टर मांइड साकीर खान को होना बताने पर। पुनः कैम्प कर टीम द्वारा बीहड क्षेत्र से संदेही साकीर को पकडा गया । टीम द्वारा बारीकी से पूछताछ करने पर साकीर खान ने बताया कि वह अपने अन्य 05 सहयोगी के साथ मिलकर ओएलएक्स तथा फेसबुक के माध्यम से ठगी का कार्य करते है। टीम द्वारा पता करने पर उक्त गिरोह के गिरफ्तार आरोपियो ने बताया कि इस क्षेत्र के कई लोग पूरे भारत में इस प्रकार के ठगी कार्य कर रहे है। आरोपियों के बैंक खाता का डिटेल प्राप्त करने पर करीबन 50 लाख तक का ट्रांजेक्सन है जिससे पता चलता है कि इन आरोपियों द्वारा कई राज्यों के लोगों के साथ ठगी की गई है जिस संबंध में विवेचना की जा रही है।

तरीका वारदात

* अन्य राज्यों जैसे उडींसा ,पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश से फर्जी सिम अधिक दामों मे खरीद कर पेटीएम,गूगल पे खाता बनाते है ताकि धोखाधडी की रकम बिना किसी पहचान के आसानी से निकाल सकें।

* आरोपियो द्वारा फर्जी नम्बर को व्हाट्सअप बनाकर उसमें आर्मी के जवान की वर्दी वाली फोटो ,आर्मी का मोनो लगा कर ग्राहक को भरोसे में लेते है।

* 10 से 20 प्रतिशत कमीशन बेस पर खाता धारक को पैसे को लालच देकर उनका खाता प्राप्त कर उसमें फर्जी तरीके से रूपये ट्रांसफर करतें है।

*  ओएलएक्स में किसी भी सामान की ब्रिकी हेतु विज्ञापन डालकर उसमें फर्जी सिम नम्बर को अपना संपर्क नम्बर बताकर ग्राहकों से व्हाटस्अप से संपर्क करने बोलते है तथा ग्राहक को उस सामान का इंट्री शुल्क , लेट शुल्क , हाफ शुल्क आर्मी कैन्टीन शुल्क बताकर अलग अलग किस्तो में आॅनलाईन गूगल पे ,पेटीएम से ट्रांसफर कराते है।

* ग्राहक को लगता है कि वह दिये गये सामान का विज्ञापन से अधिक रकम जमा कर चुका है बोलने पर आरोपियो द्वारा ग्राहक को पुनः ठगा जाता है कि अधिक रकम फाॅरमेल्टी है जब डिलिवरी बॅाय आपके पास सामान देगा तो उक्त रकम आपको वापस कर देगा।

उक्त सायबर अपराध के प्रकरण को सुलझाने व आरोपियो की राजस्थान जिला अलवर से गिरफ्तारी में विशेष टीम प्रभारी निरीक्षक श्री कुमार गौरव साहू, सहायक उपनिरीक्षक श्री धरम भूआर्य, आरक्षक पूरन देवंागन, आरक्षक संदीप यादव ,आरक्षक विपिन गुप्ता, आरक्षक राहुल मनहरे का सराहनीय भूमिका रहा।