जबसे आधार कार्ड बना है तबसे इसको ग्राम पंचायत से मिलने वाला बंद हो गया है (अर्थात पिछले कई वर्षों से) यह बताने वाले का कहना था। गांव के एक गरीब शत् प्रतिशत दिव्यांग का हर महिने मिलने वाला पैशन बंद हो गया और किसी ने इसकी चिंता नहीं किया और वर्षों बीत गया बेचारे की तरफ किसी ने सुध नहीं लिया |
केशकाल तहसील के उसी ग्राम-रावबेडा की है जंहा के सोमनाथ आचला के 2 दिव्यांग बच्चे राजू और सुकनी का भी चालू पैशन लगभग 3 साल से अधिक समय से बंद हो गया है। इस अभागे का नाम धमसेराम पिता जुगरू है। बताते है कि धमसे जन्म से ही चलने फिरने मे असमर्थ है। इसकी हालत को देखते सरकार के तरफ से नि:शक्त विकलांग को दिये जाने वाले पैशन योजना का लाभ देते हुऐ पैन्शन दिया जा रहा था जो बंद हो गया |