छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आव्हान पर प्रदेश स्तर के समस्त कर्मी 11 अप्रेल से 14 अप्रेल तक अपनी 26 सूत्रीय मांगो के समर्थन में तीन दिवसीय अवकाश पर थे | अवकाश में कर्मचारियों के व्यापक समर्थन के कारण समस्त अस्पताल में कार्य ठप्प पड़ गया था, दिनांक 13-04-22 को प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग के द्वारा प्रांताध्यक्ष ओ. पी. शर्मा एवं प्रतिनिधि मंडल को चर्चा के लिए बुलाया गया जिसमे आलोक मिश्रा, एस. पी. देवांगन, मो. असलम, अश्विनी गुर्दकर, आर. सरकार शामिल थे, जिसमे सार्थक चर्चा दौरान प्रमुख मांगो पर सहमति बनी –
वेतन विसंगति हेतु प्रस्ताव बनाकर वित्त एवं सामान्य प्रशासन को 7 दिवस के अन्दर भेजा जायेगा | ओ.पी.डी. समय सारिणी में बदलाव, स्टाफ नर्स का पदनाम परिवर्तन तीन एवं चार इन्क्रीमेंट का लाभ एवं स्टाफ नर्स सहित चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को धुलाई भत्ता दिए जाने में सहमती बना, स्टाफ नर्स और ड्रेसर पद का पदनाम परिवर्तन में सहमति बनी, रेडियोग्राफर का विकिरण भत्ता, एम. एल. टी को जोखिम भत्ता देने की सहमति बनी |
दैनिक वेतनभोगी एवं संविदा कर्मचारियों को समान कार्य समान वेतनमान एवं संविदा कर्मचारियों का नियमितीकरण की कार्यवाही शासन स्तर पर चल रही है | जीवनदीप समिति के कर्मचारियों का नियमितीकरण करने हेतु प्रस्ताव भेजने, आयुर्वेदिक विभाग में कार्यरत अंशकालीन स्वच्छकों का नियमितीकरण, एमएलटी नेत्र सहायक अधिकारीयों एवं रेडियोग्राफरों को शैक्षणिक योग्यतानुसार अपग्रेड करने का प्रस्ताव, नेत्र सहायक अधिकारीयों का पंजीयन हेतु पहल की गई | ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजक के वेतनमान में सुधार हेतु प्रस्ताव बनाकर भेजना, 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता एवं सातवे वेतनमान पर गृहभाड़ा पर सहमति दी गई | प्रशासनिक सुधार आयोग को स्वास्थ्य विभाग से प्रेषित समस्त मामलों में त्वरित कार्यवाही हेतु सहमति बनी | संघ की मांग तीन दिवस का आकस्मिक अवकाश स्वीकृत करने हेतु विभागीय संचालकों को निर्देश दिया गया |
प्रमुख सचिव के द्वारा अतिशीघ्र स्वास्थ्य सेवाएँ बहाल करने की अपेक्षा की गई कि कल से स्वास्थ्य सेवाएँ बहाल किये जाने की पहल की गई |
सभी मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक चर्चा उपरान्त संघ के द्वारा सभी कर्मचारियों से अपील की गई कि कल से स्वास्थ्य सेवाएं बहाल की जाएगी | इस अवसर पर प्रांताध्यक्ष ओ. पी. शर्मा द्वारा संघ के सभी केडर, स्टाफ नर्स, चतुर्थ श्रेणी, ड्राईवर, चिकित्सक, फार्मासिस्ट, पैरामेडीकल स्टाफ को आन्दोलन में अपनी सहभागिता हेतु धन्यवाद् ज्ञापित किया एवं अपने कार्य पर लौटने हेतु अपील किया गया |