किरन्दुल – हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा दिवस के रूप में मनाया जा रहा है ! 14 अप्रैल 1944 को मुम्बई बंदरगाह के विक्टोरिया डाकयार्ड में एक भीषण अग्निदुर्घटना हुई थी, जिस पर काबू पानेे के दौरान 68 अग्निशमन कर्मचारियों एवं 150 सिविल नागरिको ने अपने प्राणो की आहूति दे दी ! उन बहादुर अग्निशमन कर्मचारियो एवं नागरिको की शहादत को हमेशा याद रखने के लिए एवम् उन्हे सम्मान व श्रध्दांजलि देने हेतु सन 1963 में भारत सरकार द्वारा निर्णय लिया गया कि हर वर्ष 14 अप्रैल को राष्ट्रीय अग्निशमन दिवस के रूप में मनाया जाए तथा इस अवसर पर अग्निशमन जागरूकता हेतु जनसाधारण को अग्निजनित दुर्घटनाओ से होने वाले खतरो व बचाव की जानकारी दी जाए !
भारत सरकार के निर्देषानुसार हर वर्ष की भॉति सीआईएसएफ इकाई बीआईओएम किरंदूल में इस वर्ष भी राष्ट्रीय अग्निशमन सेवा सप्ताह की शुरूआत की गई !
आज के दिन उन सभी अग्निशमन कर्मियो को श्रृद्धांजलि देते है जिन्होंने 14 अप्रैल 1944 की अग्नि दुर्घटना में तथा उसके बाद के वर्षो में हुई अग्नि दुर्घटनाओ को नियंत्रित करने के दौरान अपने प्राणो की आहुति दी।सीआईएसएफ ईकाई किरन्दुल के द्वारा चलाई जा रही इस वर्ष की थीम हैः-अग्नि सुरक्षा सीखें, उत्पादकता बढाऐं !!
इसी संबंध में इस सप्ताह को अधिक प्रभावी बनाने व आम नागरिको को अग्नि जनित दुर्घटनाओ के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से सीआईएसएफ अग्निशमन शाखा द्वारा पम्पलेट व बुकलेट तैयार किए गए है जो कि इस सप्ताह के दौरान जगह जगह पर लोगों में वितरित किए जाएंगे, अग्नि सुरक्षा से सम्बन्धित पम्पलेट व बैनर का अनावरण इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि द्वारा किया गया । हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बल मुख्यालय के निर्देषानुसार अग्निशमन सेवा सप्ताह के दौरान अनेक अग्नि सुरक्षा व सतर्कता के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना सुनिश्चित किया गया है। व निर्देषानुसार पूरे सप्ताह का कार्यक्रम तैयार किया गया है। इस सप्ताह के दौरान स्कूली बच्चो के लिये निबंध व ड्राइंग कॉम्पिटिशन का आयोजन, एनएमडीसी कर्मचारियो के लिए संयंत्र के विभिन्न डिपार्टमेंट में फायर फाइटिंग ट्रेनिंग का आयोजन, फायर क्विज प्रतियोगिता, स्लोगन प्रतियोगिता, इवाक्वेशन ड्रिल इत्यादि का आयोजन किया जायेगा। इस दौरान महाप्रबंधक एस.बी सिंह उपमहाप्रबंधक (पर्सनल), बी.के माधव सी.एम.ओ प्रोजेक्ट हॉस्पिटल एम वी लाल, प्रिंसीपल बीआईओपी स्कूल ए. विश्वास, कमांडेंट सीआईएसएफ मनमोहन सिंह यादव, उपकमांडेंट विक्रम सहारण, पंकज पांडे (प्रभारी सीआईएसएफ विजिलेंस) गौरव यादव प्रभारी अग्नि शमन आदि मौजूद थे.