10 केंद्रीय मंत्रियों द्वारा छत्तीसगढ़ में भाजपा की जर्जर रिपोर्ट देने के बाद भाजपा नेता दिल्ली तलब-कांग्रेस

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डी. पुरंदेश्वरी 15 साल के मठाधीश भाजपा नेताओं के गले में घंटी बांधने में असफल

रायपुर28 अप्रैल । भाजपा नेताओं के दिल्ली यात्रा पर तंज कसते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा की प्रदेश प्रभारी डी. पुरंदेश्वरी 15 साल के मठाधीश भाजपा नेताओं के गले में घंटी बांधने में असफल रही है। छत्तीसगढ़ के दौरे में आए मोदी सरकार के मंत्री आकांक्षी जिलों के बारे में जानने से ज्यादा भाजपा की गुटबाजी के बारे में जानकारी एकत्रित कर प्रदेश भर में भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी और जनता की भाजपा से नाराजगी की रिपोर्ट आलाकमान को सौपा हैं। उसके बाद दिल्ली से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, विष्णुदेव साय और पवन साय को बुलावा आया है। ऐसे में अब डी. पुरंदेश्वरी के नियंत्रण में नहीं आये की भाजपा नेताओं की पेशी अब दिल्ली दरबार में हो रही है भाजपा के छत्तीसगढ़ के नेता जनता के साथ अपने केंद्रीय नेताओं का भी भरोसा खो चुके है।

प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि डी. पुरंदेश्वरी कई बार सार्वजनिक तौर पर रमन सिंह के चेहरा को चेहरा मानने से इंकार कर चुकी है और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह डी. पुरंदेश्वरी के बयान के विपरीत जाकर खुद को भी छोटा चेहरा घोषित कर भाजपा के स्वयंभू मठाधीश नेता बता चुके हैं। भाजपा के कार्यकर्ता भी 15 साल के मठाधीश नेताओं से खुद को अलग कर चुके हैं। भाजपा के आंतरिक बैठकों में भी भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच धक्का-मुक्की और एक दूसरे के लिए बाहें चढ़ाना, आंखें तरेरना जैसी घटनाएं आम बात हो गई है। भाजपा में मची सिर फुटव्वल गुटबाजी को खत्म नहीं कर पाई, न ही कार्यकर्ताओ को संतुष्ट कर पाई। भाजपा में जिला और मंडल स्तर पर नियुक्ति के लिए गुटबाजी कई बार सामने आई है। जिला अध्यक्ष और मंडल अध्यक्ष पद लेने के लिए भिलाई में तो सरोज पांडे, प्रेम प्रकाश पांडे और विजय बघेल के गुट के बीच में तो पिस्तौल तक निकाली जा चुकी थी। भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित साहू को भाजपा के ही कार्यकर्ता बंधक बना लिए थे। भाजपा के गुटबाजी की चर्चा रायपुर से लेकर दिल्ली तक होती है।