उपविजेता बाल संस्था किरंदुल
किरंदुल – लौह नगरी किरंदुल में बाल संस्था किरंदुल के तत्वाधान में आयोजित संभाग स्तरीय वॉलीबॉल प्रतियोगिता में बीजापुर की टीम ने बाल संस्था किरंदुल को हराकर ट्रॉफी व 30 हजार नगद की राशि प्राप्त की। वहीं उपविजेता बाल संस्था किरंदुल को ट्राफी व 20 हजार दिया गया। नगर में हुए चार दिवसीय प्रतियोगिता जो कि एनएमडीसी परियोजना किरंदुल के सहयोग से आयोजित की गई थी। इसका मुख्य उद्देश ग्रामीण अंचलों में वॉलीबॉल खेल के प्रति रुचि पैदा करना वह बेहतरीन खिलाड़ियों को तराश कर उन्हें आगे बढ़ने के लिए अवसर प्रदान करना। जिसके तहत प्रतियोगिता में शामिल 62 टीमों को आयोजक समिति द्वारा जर्सी, वॉलीबॉल नेट, बॉल एवं मोमेंटो प्रदान की गई है। लीग मैच खेलते हुए 62 टीमों में मात्र 13 टीम ही दूसरे दौर में प्रवेश किया और बेहतरीन खेल का प्रदर्शन करते हुए बाल संस्था किरंदुल व बीजापुर की टीम फाइनल में पहुंची। फाइनल मुकाबला बड़ा ही संघर्षपूर्ण व रोमांचकारी रहा। जिसमें 5 सीटों की मैच में बीजापुर में 3-2 से यह मैच जीतकर इस प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया ।
आज के फाइनल मुकाबले में मुख्य अतिथि के रुप में एनएमडीसी परियोजना किरंदुल के मुख्य महाप्रबंधक (उत्पादन) विनय कुमार एवं विशिष्ट अतिथि में उप महाप्रबंधक (कार्मिक) बी.के. माधव, मेटल माइंस वर्कर्स यूनियन के सचिव एके सिंह अध्यक्ष विनोद कश्यप कार्यकारी अध्यक्ष चिन्नास्वामी, वरिष्ठ पत्रकार राजेंद्र सक्सेना मौजूद थे। इस अवसर पर श्रमिक संघ इंटक के सचिव ए.के सिंह ने कहा ग्रामीण अंचलों के युवाओं में प्रतिभा की कमी नहीं है परंतु उन्हें सही मार्गदर्शन एवं अवसर प्राप्त नहीं होता इसके लिए चाहिए कि एनएमडीसी प्रबंधन एवं प्रशासन मिलकर जिले में एक स्पोर्ट्स एकेडमी का स्थापना करें जिससे ग्रामीण युवाओं को बेहतर अवसर प्रदान किया जा सके। परियोजना उप महाप्रबंधक कार्मिक बीके माधव ने अपने उद्बोधन में कहा की एनएमडीसी परियोजना ग्रामीण क्षेत्रों में केवल खेल ही नहीं शिक्षा एवं अन्य सुविधाओं के लिए सदैव तत्पर रही है और आगे भी रहेगी। मुख्य अतिथि विनय कुमार ने भी विजेता एवं उप विजेता खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देने के साथ कहा कि एनएनडीसी परियोजना युवाओं के विकास के लिए सदैव आगे आती रही है और भविष्य में भी शिक्षा खेल विकास के में एनएमडीसी सहयोगी बनकर सामने आते रहेगी। प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए बाल संस्था के सुनील ठाकुर, चिन्ना, अमन, प्रेम, वेंकटेश्वर राव आदि सदस्यों का विशेष योगदान रहा। वहीं प्रतियोगिता के निर्णायक ओमन्त झाड़ी एवं फ्रैंकलीन थे। मंच संचालन बी एल तारम ने किया ।