जगदलपुर/नारायणपुर । प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपनी जान की परवाह किये बगैर नक्सलियों के गढ़ में भी चौपाल लगाकर ग्रामीणों से भेंट मुलाकात करने पहुंचे थे जिसका मुख्य उद्देश्य था कि शासन की योजनाओं का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे लेकिन कुछ शासकीय सेवक के संरक्षण के कारण योजनाओं का लाभ उन ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पा रहा है। ऐसे शासकीय सेवक योजनाओं का क्रियान्वयन कागजों में कर शासकीय राशि का बंदरबाट कर अपनी जेब गर्म कर शासन की छवि को बदनाम करने में जुटे है जिसका जीता जागत उदाहरण नारायणपुर जिले के धौड़ाई पंचायत है जहां पूरे सबूतों के साथ पूर्व सरपंच-सचिव पर 63 लाख के गबन का आरोप लगने के बाद भी उक्त सरपंच सचिव पर जिला प्रशासन मेहरबान है। स्थानीय प्रशासन से न्याय नहीं मिलने पर वर्तमान सरपंच,पंच एवं ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री को शिकायत पत्र भेजा है और पुलिस अधीक्षक नारायणपुर को शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की है। ज्ञातव्य हो कि धूर नक्सली प्रभावित इलाको नारायणपुर जिले में कमीशन के खेल में शासकीय राशि का जमकर बंदरबाट किया जा रहा है जहां कुछ शासकीय सेवक अपनी जेब गर्म करने को लेकर न्यायालय के आदेशों को भीदरकिनार कर न्यायालय की भी अवहेलना कर रहे है। 63 लाख के गबन का खुलासा: नारायणपुर जिले के के धौड़ाई पंचायत के विवादों का मामला प्रदेश तक पहुंच चुका है। पूर्व में अविश्वास प्रस्ताव लाकर सरपंच श्रीमती गोमती देहारी को हटा दिया गया था इसके करीब सचिव वनिष साहू की भी पंचायत से छुट्टी कर दी गई थी। सरपंच सचिव की छुट्टी करने के बाद वहां के पंचों ने सर्वस्मति से सुखबती को सरपंच चुना गया था जिसे वहां के एसडीएम ने भी स्वीकार किया था। 15 अप्रैल 2021 को धौड़ाई में विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया था जिसमें यह खुलासा हुआ था कि 26 फरवरी 2020 से अगस्त 2021 तक पंचायत का आयव्यय लेखा जोखा करने पर यह खुलासा हुआ कि पूर्व सरपंच श्रीमती देहारी एवं सचिव वनिष साहू ने कागजों में कार्यो को अंजाम देकर विभिन्न बैंको से 63 लाख रूपए का बंदरबाट कर चुके है। जिला प्रशासन मेहरबान: 63 लाख के अनियमितता उजागर होने पर वर्तमान सरपंच पंच एवं ग्रामीणों ने नारायणपुर कलेक्टर को शिकायत कर निष्पक्ष जांच कराने की मां करते हुए गबन की राशि की रिकवरी कराने एवं उचित कार्रवाई की मांग की गई थी। शासकीय राशि की बंदरबाट करने वाले सरपंच सचिव पर जिला प्रशासन मेहरबान बना हुआ है वहीं जनपद सीईओ नारायणपुर पंचायत में भी वर्तमान सरपंच को जानकारी दिए बगैर अपने चहेते ठेकेदार को सड़क निर्माण कार्य आबंटित कर पंचायती राज्य अधिनियम का मजाक उड़ाया जा रहा है जिससे सरपंच एवं पंचों में आक्रोश है। मुख्यमंत्री से मामले की शिकायत: वर्तमान सरपंच सुखबती पंच जयलाल कोर्राम, नीलू सलाम, गंगोत्री पांडे, उपसरपंच शारदा देवी नाग, सुकमनी हरीबती एवं अन्य ग्रामीणों ने मामले की शिकायत पत्र प्रदेश के मुखिया को भी भेज चुके है। सरपंच ने बताया कि मामले की शिकायत नारायणपुर एसपी एवं पुलिस थाना धौड़ाई को भी शिकायत किया जा चुका है। क्यों गबन के आरोपी पर होगी कार्रवाई: धौड़ाई पंचायत में 63 लाख रूपए के गबन मामले में पूरी दस्तावेज के साथ शिकायत की जा चुकी है फिर भी प्रशासन मामले की निष्पक्ष जांच कराने को लेकर चुप्पी साधे हुए है वहां के ग्रामीणों के लिए यह पहेली बना हुआ है कि दोषियों पर कार्रवाई होगी या क्लिनचीट दे दिया जायेगा। इस मामले में नारायणपुर कलेक्टर से कई बार संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन फोन रिसिव नहीं करने के कारण संपर्क नहीं हो सका।
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