बस्तर से बंसल विदा, क्या चुनाव तक फैलेगी चंदन की सुगंध…

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(अर्जुन झा)

जगदलपुर। कलेक्टर रजत बंसल बस्तर से विदा हो गए। अब कांकेर कलेक्टर चंदन कुमार को बस्तर में विकास की सुगंध फैलाने की जिम्मेदारी मिली है।बस्तर कलेक्टर के रूप में कार्यरत रजत बंसल बलौदा बाजार जिले में जिम्मेदारी सम्हालेंगे। इधर यह उम्मीद की जा रही थी कि बस्तर में काम करने वाले बंसल को प्रोत्साहन स्वरूप राजधानी रायपुर जैसे जिले की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है किंतु अपेक्षाकृत छोटे और नए जिले का कलेक्टर बनाये जाने पर अचम्भा व्यक्त करते हुए सवाल खड़े हो रहे हैं कि उनका कद आखिर क्यों प्रभावित हुआ? यह भी कहा जा रहा है कि कभी प्रभारी मंत्री कवासी लखमा की आंखों में कथित तौर पर चुभने वाले चंदन कुमार को बस्तर जिले में पदस्थ करने के भी कई मायने निकल रहे हैं। प्रदेश के साथ साथ बस्तर संभाग में हुई ताजा प्रशासनिक सर्जरी में जानकार लोग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की चुनावी व्यूहरचना तलाश रहे हैं। कई अफसरों का कद बढ़ गया तो कई का कद घट गया। तबादला आदेश के मुताबिक दंतेवाड़ा कलेक्टर दीपक सोनी को कोंडागांव में पदस्थ किया गया है तो कोंडागांव के पुष्पेंद्र मीणा को मुख्यमंत्री का गृह जिला दुर्ग सौंपा गया है। कहा जा रहा है कि आबकारी मंत्री कवासी लखमा के गृह विधानसभा में टकराव के कारण हटाये गए कलेक्टर चंदन कुमार को अब बस्तर संभाग मुख्यालय का कलेक्टर बनाकर उनका कद बढ़ाया गया है। कहा जा रहा है कि चंदन कुमार कड़क स्वभाव के लिए जाने जाते हैं और वह कार्य के क्षेत्र में दक्ष माने जाते हैं। मंत्री के साथ विवाद को छोड़ दिया जाए तो वह सभी को अपनी कार्यशैली से संतुष्ट कर मुख्यमंत्री के पसंदीदा अफसरों में शामिल हो गए हैं। वह भी कहा जा रहा है कि बस्तर से विदा किये गए कलेक्टर रजत बंसल से खफा कांग्रेसियों ने शिकायतें मुख्यमंत्री से की थीं। अब माना जा रहा है कि अगले साल होने वाले चुनाव तक चंदन बस्तर में सुगंध बिखेर सकते हैं। यह उनके लिए एक बेहतरीन अवसर माना जा रहा है क्योंकि बस्तर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का ध्यान खास तौर पर केंद्रित है और बस्तर संभाग मुख्यालय का कलेक्टर पद इस लिहाज से बहुत अहमियत रखता है।