किरंदुल – एनएमडीसी किरंदुल परियोजना में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी करने वाला एनएमडीसी कर्मचारी के पवन डेविड को किरंदुल पुलिस द्वारा किया गया गिरफ्तार। मामला किरंदुल थाना क्षेत्र का है जहां प्रार्थीया श्रीमती शहजादी सत्तार निवासी किरंदुल ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह 2013 में के. पवन डेविड द्वारा उनके घर में आकर यह भरोसा दिलाया गया कि एनएमडीसी परियोजना किरंदुल में उनकी बहुत पहचान है और मैं आपके दामाद अब्दुल मजीद को एनएमडीसी कंपनी में नौकरी लगा दूंगा। उन पर भरोसा कर प्रार्थीया शहजादी सत्तार द्वारा के पवन डेविड को 12 लाख रुपए नगद दिया गया। इसी प्रकार प्रार्थिया की भांजी दामाद यूसुफ बेग को भी एनएमडीसी में नौकरी लगाने के नाम पर कुल 7 लाख नगद एवम 1 लाख चेक के माध्यम से दिया गया। तथा दिनेश कुमार पटेल से सात लाख नगद एवं एक लाख चेक के माध्यम से दिया गया। उपरोक्त में से किसी की भी एनएनडीसी में नौकरी नहीं लगने पर प्रार्थिया द्वारा के पवन डेविड के विरुद्ध धोखाधड़ी की रिपोर्ट पर थाना किरंदुल में अपराध क्रमांक 56/2022 धारा 420 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना की जा रही है। प्रकरण की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा सिद्धार्थ तिवारी (भा.पु.से), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल, पुलिस अनु. अधिकारी किरंदुल, कर्ण ऊके के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी किरंदुल के नेतृत्व में प्रकरण के आरोपी के पवन डेविड पिता के डेविड उम्र 40 वर्ष उसके घर से गिरफ्तारी के कारणों का बातकर दिनांक 7 जुलाई 2022 को रिमांड हेतु माननीय न्यायालय में पेश किया गया है। प्रकरण में थाना प्रभारी जितेंद्र ताम्रकार किरंदुल के नेतृत्व में सहायक उपनिरीक्षक के. सिम्हाचलम तथा आरक्षक भोजराम ध्रुव एवं अन्य स्टाफ की सराहनीय भूमिका रही।