कोसा सेंटर बस्तर में लगेगी राजीव गांधी की प्रतिमाविधायक लखेश्वर बघेल ने की घोषणा

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  • बीज प्रक्रिया केंद्र स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर में हुई प्राण प्रतिष्ठा
  • कार्यक्रम में बस्तर विधायक ने लखेश्वर बघेल ने की राजीव गांधी की प्रतिमा स्थापित कराने की घोषणा


बस्तर 27 अक्टूबर 1984 को राजीव गांधी ने बस्तर के जिस कोसा सेंटर में अर्जुन का पौधा लगाया था, वहां अब उनकी प्रतिमा भी स्थापित होगी। इस आशय की घोषणा कोसा सेंटर के टसर प्रजनन केंद्र स्थित नागेश्वर महादेव मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह एवं टसर बीज उत्पादक किसानों के लिए आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित क्षेत्रीय विधायक एवं बस्तर आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने की।


टसर बीज प्रक्रिया केंद्र कोसा सेंटर में 27 अक्टूबर 1984 को तत्कालीन सांसद व अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजीव गांधी ने केंद्र का अवलोकन कर अर्जुन का पौधा रोपा था। श्री बघेल ने नागेश्वर महादेव मंदिर में पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की। उन्होंने कहा कि आदिवासी संस्कृति, धरोहरों देवगुड़ियों एवं मंदिरों का जीर्णोद्धार करना ही हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता है। जन समुदाय की मांग पर मंदिर हेतु 3 लाख रुपए की राशि दी गई थी। विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा कि यह हम सभी के लिए गौरव की बात है कि टसर उत्पादन केंद्र कोसा सेंटर बस्तर में राजीव गांधी ने अर्जुन का जो पौधा लगाया था, वह आज वृक्ष बन गया है। इस वृक्ष के पास निर्मित चबूतरे का लोकार्पण भी श्री बघेल ने किया। विधायक श्री बघेल ने घोषणा की कि राजीव गांधी की जयंती के अवसर पर इस स्थल पर उनकी प्रतिमा का अनावरण किया जाएगा। उपस्थित लोगों ने विधायक की इस पहल की सराहना की।
उच्च गुणवत्ता वाले कोसा का होता है उत्पादन
2019 से टसर उत्पादन के लिए बस्तर कोसा सेंटर पूरे देश में द्वितीय स्थान पर है। बस्तर के कोसा सेंटर की अपनी एक अलग पहचान है। देश में सर्वोत्कृष्ट गुणवत्ता वाले कोसा का उत्पादन बस्तर में होता है। कार्यक्रम में उपस्थित डॉ. शांतनु ने कहा कि बस्तर कोसा सेंटर को उत्पादन के लिए पूरे देश में सराहना मिल रही है। विगत 4 वर्षों से कोसा उत्पादन में देश में द्वितीय स्थान पर है। कार्यक्रम में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष गणेश राम बघेल, उपाध्यक्ष अनिल परिहार, दिनेश यदु, चंपा ठाकुर, दिलीप सिंह सेंगर, डोमाय मौर्य, हरीश पारख, शालिना सेमसंन, भृगु कुमार तिवारी, रामया राम मौर्य, रियाज खान, हरिराम बघेल, चंपा बघेल, अनूप तिवारी, लखेश्वर कश्यप, सीतराम बघेल, भागरथी यादव, धरमू राम अमरदास, कुनुरान, डॉ. एमए शांतनु बाबू, वैज्ञानिक डीजी गोपाल राव, राजेंद्र सिंह ठाकुर, शैलेंद्र कुमार तिवारी, उर्मिला नाग, शंकर लाल सहारे, मोहित लाल चंदेल, जितेंद्र तिवारी, राजेश कुमार, हेमकुमार, अनेक जनप्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित थे।