- अधिकारियों ने किया स्टीम टर्बो जनरेटर – 2 का सिंक्रोनाइजेशन
- बस्तर की उम्मीदों को पर लगाकर ऊंची उड़ान डेगा यह स्टील प्लांट
नगरनार एनएमडीसी के इस्पात संयंत्र में उत्पादन गतिविधियां अब जल्द शुरू हो जाएंगी। संयंत्र में विभिन्न यूनिटों का एक के बाद एक परिचालन शुरू किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज संयंत्र के स्टीम टर्बो जनरेटर – 2 का सिंक्रोनाइजेशन किया गया।इससे एनएमडीसी और नगरनार स्टील प्लांट के कर्मियों तथा अंचल के ग्रामीणों में उत्साह का माहौल है। नगरनार इस्पात संयंत्र के स्टीम टर्बो जनरेटर 2 के सिंक्रोनाइजेशन के अवसर पर एनएमडीसी लिमि. के निदेशक (उत्पादन) दिलीप कुमार मोहंती, एनएमडीसी के कार्यकारी निदेशक (कार्मिक एवं कानूनी) तथा नगरनार इस्पात संयंत्र के प्रभारी प्रवीण कुमार, कार्यकारी निदेशक (कार्मिक और कानूनी), महाप्रबंधक (इलेक्ट्रिकल) जीआर दिनेश और अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि नगरनार इस्पात संयंत्र बस्तर संभाग के बहुआयमी विकास का सूत्रधार बनने जा रहा है। इस संयंत्र ने उद्योग विहीन बस्तर संभाग की उम्मीदों को पर लगा दिए हैं। ये उम्मीदें अब जल्द ही ऊंची उड़ान भरेंगी। नगरनार स्टील प्लांट में उत्पादन गतिविधियां शुरू करने के लिए राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) और स्टील प्लांट के अधिकारियों ने कमर कस ली है। संयंत्र की विभिन्न यूनिटों का परिचालन शुरू करने के लिए अधिकारियों और कर्मचारियों की टीमें दिन रात काम कर रही हैं। अनेक यूनिटों की टेस्टिंग सफलता पूर्वक की जा चुकी है। संयंत्र की धड़कनें तेजी से शुरू होने लगी हैं। माना जा रहा है कि संयंत्र में उत्पादन बहुत जल्द शुरू हो जाएगा। टेस्टिंग के दौरान संयंत्र की मशीनों की तेज आवाज और गैस रिसाव की वजह से उठने वाली बदबू ने अंचल के लोगों को थोड़ा परेशान जरूर किया, लेकिन ग्रामीणों ने इसे सहजता से स्वीकार कर लिया। ग्रामीणों का कहना है कि हम हर परेशानी झेलने को तैयार हैं, क्योंकि आगे चलकर यह स्टील प्लांट हमारे बच्चों की बेरोजगारी दूर करने, गांवों के समग्र विकास, व्यापार में बढ़ोत्तरी, बीसियों सहायक उद्योगों की स्थापना और ग्रामीणों की सुख समृद्धि के द्वार खोलेगा।