भ्रष्टाचार पर विधानसभा में एक और कांग्रेस विधायक ने तरेरी आंखें

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  • नारायणपुर के कांग्रेस विधायक चंदन कश्यप ने सदन में उठाया सोलर लाइट खरीदी में भ्रष्टाचार का मुद्दा

बस्तर विधानसभा में बस्तर संभाग के एक और कांग्रेस विधायक ने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आंखें तरेरी। इस विधायक ने आदिवासी अंचल में हुई सोलर लाइट खरीदी में व्यापक गड़बड़ी का आरोप लगाकर सरकार की पेशानी पर बल ला दिए। विधायक चंदन कश्यप विभागीय मंत्री से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग सदन में बार बार करते रहे। अंततः स्थिति सम्हालने के लिए विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत को सामने आना पड़ा। डॉ. महंत ने मंत्री को मामले की जांच कराने के निर्देश दिए। तब कहीं जाकर विधायक के तेवर ढीले पड़े। आदिवासी बहुल बस्तर संभाग में अफसरशाही और भ्रष्टाचार के मामले आएदिन सामने आते रहते हैं। इसे लेकर संभाग के जनप्रतिनिधि गाहे – बगाहे कड़े तेवर जरूर दिखाते हैं, मगर अधिकारी हैं कि सुधरने का नाम ही नहीं लेते। मजबूर होकर यहां के सांसद – विधायकों को संसद और विधानसभा में मामले उठाने के लिए मजबूर होना पड़ जाता है, उन्हें अपनी ही पार्टी की सरकार पर उंगली उठानी पड़ती है। कुछ ही दिन पहले ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं बस्तर संभाग में आने वाले कोंडागांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक मोहन मरकाम ने जिला खनिज न्यास ( डीएमएफ ) की राशि की बंदरबांट की जाने का आरोप लगाकर विधानसभा में सनसनी मचा दी थी। श्री मरकाम ने कोंडागांव जिले में जिला खनिज मद के सात करोड़ रु. की पंचायत विभाग के जरिए जमकर अफरा तफरी की जाने का मामला जैसे ही विधानसभा में उठाया, विपक्ष तुरंत सरकार पर हमलावर हो गया। मरकाम इस मामले की जांच विधानसभा की समिति से कराने की मांग करते रहे। विपक्षी सदस्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। तब मंत्री रविंद्र चौबे मोर्चा ने सम्हाला और जांच राज्य स्तर के अधिकारी से कराने का भरोसा सदन को दिलाया। मरकाम के बाद अब बस्तर संभाग के ही नारायणपुर के कांग्रेस विधायक एवं हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष चंदन कश्यप ने भ्रष्टाचार का नया मुद्दा विधानसभा में उठाकर सरकार को उलझन में डाल दिया और विभागीय मंत्री की पेशानी पर बल ला दिए। विधायक चंदन कश्यप ने विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र के आश्रमों और छात्रावासों में लगाने के नाम पर की गई सोलर लाइट खरीदी मे भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया। विधायक श्री कश्यप ने आदिम जाति कल्याण विभाग के मंत्री प्रेमसाय सिंहटेकाम को घेरते हुए कहा कि नारायणपुर क्षेत्र की आश्रम शालाओं और छात्रावासों मे लगाने के नाम पर सोलर लाइट खरीदी में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है। उन्होंने आसंदी के माध्यम से विभागीय मंत्री से जानना चाहा कि सोलर लाइट के एक सेट की कीमत क्या है? इसमें क्या – क्या सामग्री प्रदाय करनी थी और किस प्रक्रिया के तहत सामग्री क्रय की गई है? साथ ही चंदन कश्यप ने विधानसभा में पूछा कि लाइट और सहायक सामग्री का बिना भौतिक सत्यापन कराए सप्लायर को भुगतान कैसे कर दिया गया? उन्होंने कहा कि जहां 24 वाट की लाइटें लगनी थीं, वहां केवल 12-12 वाट की लाइटें लगा दी गई हैं। विधायक ने मंत्री टेकाम को जांच कराने की घोषणा करने के लिए मजबूर कर दिया। आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री टेकाम ने कमेटी बनाकर मामले की जांच कराने की बात कही, तब कहीं जाकर श्री कश्यप को तसल्ली हुई।

मामला उठने की भनक लगते ही लीपापोती

विधायक चंदन कश्यप ने कहा कि जैसे ही मुझे जानकारी मिली कि सोलर लाइट लगाने के मामले में बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमितता की गई है, मैंने विधानसभा में प्रश्न लगाने से पहले सच्चाई का पता लगाने का फैसला किया। अपने निर्वाचन क्षेत्र की अनेक आश्रम शालाओं और छात्रावासों का मैंने दौरा किया। इस दौरान मैंने पाया कि एक भी काम ढंग से नहीं हुआ है। घटिया स्तर की सोलर लाइटें लगाई गई हैं और बड़े ही स्तरहीन सहायक सामग्री उपयोग में लाई गईं हैं। सोलर लाइटें 12 – 12 वाट की लगाई गई हैं, जबकि 24- 24 वाट की लगाई जानी थीं। इधर मेरे दौरे और विधानसभा में मामला उठाए जाने की भनक लगते ही गड़बड़ी को छुपाने के लिए काम किया जा रहा है। चंदन कश्यप ने भ्रष्टाचार मे दोषी अधिकारियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग सरकार से की। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने आदिम जाति कल्याण मंत्री से कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र है माननीय सदस्य की मांग के अनुरूप विशेष समिति बनाकर जांच कराएं।मंत्री ने जल्द जांच कराने का आश्वासन दिया।