ग्रामीणों के दिलों में जगह बनाने में जुट गई है सीआरपीएफ

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  • गांवों में सिविक एक्शन कार्यक्रम चलाकर कर फोर्स रही है जनसेवा
  • धुर नक्सल प्रभावित गांवों में जाकर बच्चों को दिए स्कूल बैग्स

बस्तर सीआरपीएफ धुर नक्सल प्रभावित गांवों के ग्रामीणों के बीच जनसेवा के कार्य कर उनके दिलों से नक्सली दहशत दूर करने और सुरक्षा बलों के प्रति उनका भरोसा बढ़ाने के प्रयासों में जुटी है। इसमें बल को अच्छी कामयाबी भी मिल रही है। ग्रामीण बल की सेवाओं से लाभान्वित हो रहे हैं तथा बल को भरपूर सहयोग और स्नेह भी देने लगे हैं। इसी कड़ी में बस्तर जिले के सुदूर बसे धुर नक्सल प्रभावित गांवों में सीआरपीएफ की पुसपाल घाट स्थित एफ -188 बटालियन पुसपाल द्वारा सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

सीआरपीएफ एफ -188 बटालियन पुसपाल घाट द्वारा 29 मार्च को अपने ऑपरेशनल क्षेत्र के नक्सली समस्या से ग्रस्त रतेंगा, तिरथा, परिपात, बदरंगा, परोदा, पुसपाल, पालम, महिमा, ककनार आदि गांवों में सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह आयोजन बटालियन के कमांडेंट भावेश चौधरी के निर्देशन एवं सेकंड कमांड ऑफिसर एसए रोजन जिमिक व सहायक कमांडेंट बन्नाराम के नेतृत्व और बटालियन के जवानों की उपस्थिति में किया गया। सिविक एक्शन कार्यक्रम के तहत इन गांवों के छात्र – छात्राओ को स्कूल बैग का वितरण किया गया। स्कूल बैग मिलने से बच्चों के चेहरे खुशी से खिल उठे, उनके चेहरों पर मुस्कान देखते ही बन रही थी। बच्चों को देखकर लग रहा था कि उनमें एक नई उर्जा का संचार हुआ है जो उन्हें सदमार्ग पर अग्रसर होने को प्रेरित कर रही है। सिविक एक्शन कार्यक्रम के दौरान सरपंच शांति कश्यप, कंवल कश्यप, अध्यापक गण बच्चे एवं सैकड़ों ग्रामीण उपस्थित थे। इस अवसर पर द्वितीय कमान अधिकारी एसए रोजन जिमिक ने अपने संबोधन में सिविक एक्शन प्रोग्राम का महत्व बताया। उन्होने कहा कि देश के नागरिकों की सुरक्षा के लिए सीआरपीएफ सदैव तत्परता से कार्य कर रही है। उन्होंने ग्रामीणो का मनोबल बढ़ाया तथा बच्चों को शिक्षा का महत्व समझाया व अपना भविष्य संवारने हेतु कुछ टिप्स भी दिए। ग्रामीणो ने बल के इस कार्य की सरहना की। इस प्रकार के आयोजनो से सुरक्षा बलो एवं ग्रामीणो के बीच बेहतर एवं मधुर संबंधों को बढावा मिल रहा है।