- धर्मान्तरण को लेकर भाजपा नेता ने मंत्री लखमा से मांगा इस्तीफा
- केदार कश्यप ने कहा – धर्मान्तरण की आग में जल रहा है बस्तर
जगदलपुर छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण के मसले पर प्रदेश के आबकारी एवं उद्योग मंत्री कवासी लखमा के बयान पर पलटवार करते हुए भाजपा नेता पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने जमकर हमला बोला है। कश्यप ने कहा है कि जिस कांग्रेस पार्टी का पूरी तरह से धर्मान्तरण हो चुका है, उसके नेता धर्मान्तरण के खिलाफ बोलने का साहस भला कैसे जुटा सकते हैं।
मंत्री कवासी लखमा ने दावा करते हुए कहा था कि जबसे छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली कांग्रेस आई है, तबसे राज्य में धर्मान्तरण का एक भी मामला नहीं हुआ है। भाजपा के लोग सिर्फ धर्मान्तरण का हौव्वा खड़ा कर दुष्प्रचार कर रहे हैं। मंत्री लखमा के इस बयान पर भाजपा की ओर से तीखी प्रतिक्रिया आई है। प्रदेश भाजपा के महामंत्री एवं डॉ. रमन सिंह सरकार में केबिनेट मंत्री रहे बस्तर के आदिवासी नेता केदार कश्यप ने कहा है कि कांग्रेस की सरकार बनने के बाद से छत्तीसगढ़ में अवैध तरीके से धर्मान्तरण का खेल जोर शोर से चल रहा है। सुदूर वन अंचलों में भी मिशनरी के लोग घुसपैठ कर चुके हैं और लोगों का धर्म बदलवा रहे हैं। बस्तर संभाग तो धर्मान्तरण की आग में जल रहा है। संभाग के गांव – गांव और शहर – शहर में ईसाई मिशनरी के लोग छल प्रपंच और प्रलोभन के दम पर आदिवासियों और अनुसूचित जति व पिछड़े वर्गों के लोगों का धर्म परिवर्तन करा रहे हैं। गांवों में चर्च बन गए हैं, वर्ग संघर्ष की स्थिति निर्मित हो गई है, आदिवासी संस्कृति और अस्मिता दांव पर लग गई है। कश्यप ने नारायणपुर जिले में आदिवासियों और ईसाई समुदाय के बीच आएदिन होने वाले संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा कि बस्तर धर्मान्तरण की आग में जल उठा है।
सच्चे आदिवासी हैं, तो इस्तीफा दें लखमा
केदार कश्यप ने कहा कि राज्य के आदिवासियों का तो धर्म परिवर्तन कराया ही जा रहा है, यहां तो पूरी कांग्रेस का ही धर्म परिवर्तन हो चुका है। कांग्रेस के लोग वोट की राजनीति के चक्कर में अंधे हो चले हैं, नैतिकता खो चुके हैं। कवासी लखमा ने दो दिन पहले दावा किया था कि छत्तीसगढ़ में धर्मान्तरण का एक भी मामला नहीं हुआ है, अगर कोई प्रमाणित कर दे तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। श्री कश्यप ने कहा कि कवासी लखमा के ही निर्वाचन क्षेत्र सुकमा में हाल ही में आदिवासियों ने ईसाई मिशनरी के लोगों को भगाया था और उनकी प्रचार सामग्री जला दी थी। अगर लखमा में जरा भी नैतिकता है और सच्चे आदिवासी सपूत हैं, तो तुरंत इस्तीफा दें।
भाजपा शासन में सबसे ज्यादा धर्मान्तरण
इधर केदार कश्यप के बयान पर भी कांग्रेस की ओर से त्वरित प्रतिक्रिया आ गई। राज्य की कांग्रेस सरकार में शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा कि जिस भाजपा के लोग धर्मान्तरण को हवा देते रहे हैं, उन्हें धर्मान्तरण पर बोलने का नैतिक अधिकार नहीं है। श्री टेकाम ने कहा कि सर्वाधिक धर्मान्तरण भाजपा के शासनकाल में हुए थे। हमारी कांग्रेस सरकार आदिवासियों की संस्कृति, पूजा पद्धति, देव स्थलों के संरक्षण संवर्धन के लिए कार्य कर रही है। इस बात को प्रदेश के आदिवासी भलीभांति जानते समझते हैं।