- फौरी मदद कर बचा ली वाहन में फंसे आधा दर्जन ग्रामीणों की जान
- लोहंडीगुड़ा के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है सात घायलों को
लोहंडीगुड़ा नक्सली समस्या से निपटने के लिए बस्तर संभाग में तैनात सुरक्षा बल मुसीबत में फंसे ग्रामीणों की मदद के लिए देवदूत मसीहा बन जाते हैं। मुसीबत से उबार कर ग्रामीणों की जान बचाने का भी अनुकरणीय कार्य इन बलों के जवान करते हैं। ऐसा ही एक वाकिया नारायणपाल रोड पर देखने को मिला। सवारी लेकर जा रहा एक वाहन पलट गया और उसमें सवार सभी लोग वाहन के नीचे दब गए। इन ग्रामीणों की जान पर बन आई थी, तभी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान जरुरी संसाधन लेकर देवदूत की तरह वहां पहुंच गए। इन जवानों ने फंसे ग्रामीणों को समय रहते सकुशल बाहर निकाल लिया। अन्यथा कुछ ग्रामीणों की जान भी जा सकती थी। वाहन में सवार सभी लोग घायल हो गए थे। सीआरपीएफ के जवानों ने घायल ग्रामीणों का मौके पर ही प्राथमिक उपचार किया। इसके बाद बुरी तरह घायल सात ग्रामीणों को एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां उनका ईलाज चल रहा है।14 जुलाई को शाम करीब 5 बजे नारायणपाल मार्ग पर ग्राम परिपथ पारा के पास क्रूजर सवारी वाहन सीजी 17 सी 3342 अनियंत्रित होकर पलट गया। वाहन में ड्राईवर समेत 10 -12 लोग सवार थे और सभी पलटे हुए वाहन के अंदर फंस गए थे तथा कुछ लोग नीचे भी दब गए थे। हादसे की खबर मिलते ही नजदीकी ग्राम पुसपाल घाट स्थित सीआरपीएफ की एफ 188 बटालियन के कमांडेंट भवेश चौधरी के मार्गदर्शन में कंपनी कमांडर प्रवीण कुमार अपने साथी जवानों के साथ जरूरी चिकित्सा सामग्री, पानी आदि लेकर मौके पर पहुंच गए। जवानों ने सभी फंसे व दबे लोगों को गाड़ी से बाहर निकाला तथा सभी घायलों का प्राथमिक उपचार किया। इसके बाद पुलिस चौकी गोटिया के इंचार्ज इंस्पेक्टर राकेश राठौर के मार्गदर्शन में चौकी का पुलिस स्टाफ घटना स्थल पर पहुंच गया। पुलिस टीम ने सभी घायलों की 112 एम्बुलेंस से लोहंडीगुड़ा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। सीआरपीएफ की टीम के समय पर पहुंच जाने से सभी को सुरक्षित बचा लिया गया और कोई अप्रिय हालात नहीं बन पाए। मौके पर उपस्थित नागरिकों के और सिविल पुलिस के जवानों ने सीआरपीएफ जवानों की इस सेवा भावना की दिल खोलकर प्रशंसा की।
दुर्घटना में ये लोग हुए हैं घायल
क्रूजर वाहन पलटने से घायल जिन ग्रामीणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लोहंडीगुड़ा में भर्ती कराया गया है, उनमें एक महिला तथा छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल का एक जवान भी शामिल है। घायलों के नाम रायधर नाग 32 वर्ष ग्राम कोड़ेनार, रमेश बघेल 27 वर्ष ग्राम चंदेला, सुमित्रा बाई 28 वर्ष ग्राम कोड़ेनार, बोधाराम 35 वर्ष ग्राम अमलीपदर, मायाराम 50 वर्ष ग्राम अमलीपदर, चिंडूराम 35 वर्ष ग्राम चंदेला और ई -11 बटालियन सीएएफ का 30 वर्षीय आरक्षक किशन लाल बघेल पिता श्याम लाल बघेल ग्राम कटावास हैं।