भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा बीस लाख का पुलिया, हालत बेहद जर्जर

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  • निर्माण में बरती गई अनियमितता के चलते आवागमन में परेशानी
  • ग्रामीण विकास विभाग ने जैबेल सतोसा मार्ग पर कराया है निर्माण

जगदलपुर ग्रामीण विकास विभाग बस्तर जगदलपुर द्वारा ठेकेदार के जरिए बीस लाख रुपए की लागत से बनवाया गया पुलिया भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। जर्जर पुलिया निर्माण में बरती गई अनियमितता की दास्तां सुना रहा है। पुलिया की हालत पहली बारिश में ही बेहद खराब हो गई है और उस पर से लोगों का गुजरना दुश्वार हो गया है। ग्राम जैबेल से सतोसा मार्ग पर 6 गुणा 1 मीटर स्पान आरसीसी स्लैब कल्वर्ट निर्माण के लिए जिला खनिज न्यास ट्रस्ट (डीएमएफटी ) मद से 20 लाख 41हजार रुपए स्वीकृत किए गए थे। ग्रामीण विकास विभाग ने निर्माण कार्य का ठेका बालोद जिले के गुंडरदेही निवासी ठेकेदार निर्भय राम साहू को दिया गया था।

पुलिया (कल्वर्ट) निर्माण का पूरा काम ग्रामीण विकास विभाग जगदलपुर बस्तर के कार्यपालन अभियंता पी. मोहन राव सोनी के मार्गदर्शन में कराया गया है। निर्माण के दौरान गुणवत्ता पर जरा भी ध्यान नहीं रखा गया। घटिया स्तर की सामग्री का इस्तेमाल कर ठेकेदार ने जैसे तैसे काम निपटा दिया। इसका खामियाजा अब जैबेल, सतोसा समेत अन्य गांवों के ग्रामीणों को आवागमन में बड़ी परेशानी हो रही है। पुलिया पर सीमेंटीकृत स्लैब न बनवा कर बोल्डर, गिड्डी, मुरुम का पटाव कर दिया गया है। परिणाम स्वरूप पहली बारिश में ही पुलिया के ऊपर और उसके दोनों ओर गहरे तथा लंबे चौड़े जानलेवा गड्ढे हो गए हैं। इन गड्ढों में बारिश का पानी भर गया है, जिससे गहराई का अंदाजा नहीं लग पाता और मोटर साइकिल व साइकिल सवार आए दिन गिरकर जख्मी होते रहते हैं। ग्रामीणों के मुताबिक इन गड्ढों में गिरने की वजह से अनेक वाहन सवारों के हाथ पैरों की हड्डियां टूट चुकी हैं तथा कई लोग गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं। ग्रामीण विकास विभाग के जिले के सबसे बड़े अधिकारी कार्यपालन अभियंता की देखरेख में जब ऐसा घटिया निर्माण हुआ है, तो उनके मातहत इंजीनियरों के सुपरविजन में कराए जाने वाले कार्यों की गुणवत्ता कैसी रहती होगी, इसका अंदाजा जैबेल सतोसा मार्ग पर निर्मित पुलिया को देखकर लगाया जा सकता है।