आजादी के जश्न के बीच बीजापुर में नक्सली उत्पात

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  •  जगह – जगह सड़कें खोदी, पेड़ों पर चिपकाए पोस्टर
  • सुरक्षा बलों के कैंप खोलने और तैनाती का किया विरोध

बीजापुर बस्तर संभाग के बीजापुर जिले में एकबार फिर नक्सलियों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया है। स्वतंत्रता दिवस के ठीक पहले सड़कों को जगह – जगह खोदकर आवागमन अवरुद्ध कर दिया गया है। पेड़ों पर पर्चे लगाकर गांवों में सुरक्षा बलों के कैंप स्थापना और पुल पुलिया निर्माण का नक्सलियों ने विरोध किया है। इस कृत्य को भैरमगढ़ एरिया कमेटी ने दिया है।

भैरमगढ़ ब्लाक के केतुलनार (कुटरू) से दरभा को जोड़ने वाली सड़़क को नक्सलियों ने दर्जनभर से अधिक स्थानों पर काटकर आवागमन अवरुद्ध कर दिया है। जानकारी के अनुसार जिला निर्माण समिति द्वारा इस सड़क को बनाया गया है। केतुलनार से दरभा तक कुछ स्थानों पर सड़क मरम्मत होने की खबर मिली है, इससे नाराज नक्सलियों ने सड़़क पर कई जगह बड़े बड़े गड्डे खोद डाले हैं, जिससे आवागमन बंद हो गया है। नक्सलियों ने क्षेत्र से खनिज परिवहन का विरोध भी किया है। कुटरू मार्ग पर ग्राम केतुलनार से दरभा गांव को जोड़ने वाली सड़क पर नक्सलियों ने बैनर पोस्टर पर्चे भी पेड़ों के तनों पर लगाए हैं। इसकी खबर मिलते ही कुटरू से उप पुलिस अधीक्षक  पटले के नेतृत्व में सुरक्षा बलों की टीम घटना स्थल की ओर रवाना हो गई है।

सड़क, पुल पुलिया निर्माण का विरोध

लाल स्याही से लिखे पर्चे में कहा गया है कि बस्तर की खनिज और वन संपदा को लूटने के लिए सड़कों और पुल पुलियों का निर्माण किया जा रहा है, इन संपदाओं को कॉर्पोरेट घराने के हवाले करने की कोशिश की जा रही है। इसे बंद किया जाए। बस्तर के गांवों में सुरक्षा बलों के कैंपों की स्थापना और सैन्यकरण पर रोक लगाई जाए।उल्लेखनीय है कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा बस्तर संभाग के गांवों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सड़कों और पुल पुलियों का निर्माण बड़े पैमाने पर कराया जा रहा है। सड़कें और पुल पुलिया बन जाने से नक्सलियों के गढ़ तक पहुंचने में सुरक्षा बलों को भी आसानी हो रही है। यह नक्सली संगठनों को रास नहीं आ रहा है।

वर्सन

टना हुई है

कुटरू थाना क्षेत्र के अंतर्गत का यह मामला सामने आया है। जानकारी मिलते ही पुलिस पार्टी के साथ दरभा गांव के लिए रवाना हुआ हूं। वहां से लौटकर ही घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दे पाऊंगा।