फर्जी सप्लायर वेल्डिंग फर्म खोलकर रातों रात करोड़पति बन गए पंच सरपंच.

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  • छोटे किसानों के बैंक खातों में करोड़ों का लेनदेन
  •  विकास कार्यों के लिए स्वीकृत राशि की बंदरबांट
    -अमरेश झा-
    कोंडागांव बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले की कुछ ग्राम पंचायतों के पंच सरपंच आश्चर्यजनक ढंग से रातों रात करोड़पति बन गए। सत्ता – संरक्षण में इन पंच सरपंचों ने गांवों में विकास कार्य कराने के लिए केंद्र और राज्य सरकार से प्राप्त राशि की लूट मचा डाली है। कागजी फर्म बनाकर और कागजों पर दुकान खोलकर इन पंच परमेश्वरों ने फर्जी सामग्री सप्लायर बन पंचायत राज अधिनियम की भी धज्जियां उड़ाई हैं।
    मामला कोंडागांव जिले के केशकाल विधानसभा क्षेत्र का है। इस क्षेत्र की पंचायत के पंच, उप सरपंच सरपंच और सत्ता के इर्द गिर्द मंडराने वाले अवसरवादियों ने सरकार द्वारा विकास कार्य कराने के लिए स्वीकृत राशि की जमकर बंदरबांट करने के लिए कागजी फर्म खोलकर सप्लायर और वेल्डर बन गए तथा पंचायत राज अधिनियम का खुलेआम उल्लघंन कर पंचायत पदाधिकारी के अपने पद प्रभाव का मनमाना दुरूपयोग करते करोड़ों करोड़ों का ट्रांजेक्शन किया।
    सैंय्या भये कोतवाल तो डर काहे का वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए कुछ चुनिंदा छोटे किसानों व ग्रामीणों के बचत खातों तथा चालू खातों में आश्चर्यजनक ढंग से करोड़ों रूपयों का लेनदेन बैंकिंग नियम कानून को दरकिनार रखकर किया गया। आयकर विभाग, जीएसटी विभाग एवं अन्य जांच एजेंसियां अगर 2013 के बाद केशकाल विधानसभा क्षेत्र में सप्लायर एवं वेल्डर बनकर बैंक के खातों में हुए लेनदेन की जांच करती हैं, तो विकास कार्यों के नाम से स्वीकृत धनराशि के घोटाले और कर अपवंचन का बहुत बड़ा मामला उजागर हो सकता है।खाते में करोड़ों का लेनदेन
    इस कड़ी में बडेराजपुर तहसील के एक सीमांत कृषक द्वारा विश्रामपुरी स्थित भारतीय स्टेट बैंक शाखा में खोले गए बचत खाता से 2 सितम्बर 2020 को दो लाख रुपए, 4 सितंबर को एक लाख रूपए और 4 नवंबर को 8 लाख 44हजार 248 रूपए 26 बार जमा हुए। वहीं 4 नवंबर को ही 6 लाख 45 हजार 844 रूपए दो बार तथा 4 लाख 22 हजार 122 रू चार बार जमा हुए। इसके बाद 7 नवंबर को आठ लाख रूपए चार बार एवं छह लाख रू एक बार जमा हुए। 12 नवंबर 2020 को 53 बार 1 लाख 42 हजार 537 रूपए तथा 12 नवंबर को ही 71 हजार 267 रू चार बार और 1 लाख 9039 रूपए दो बार जमा हो गए। 12 नवंबर को ही 63 बार में 18 लाख 52 हजार 625 रू. जमा हुए। इसी खाते से 4 नवंबर एवं 20 नवंबर 2020 को और विभिन्न तारीखों में हैरतअंगेज ढंग से लेनदेन हुआ है। इस खाता स्टेटमेंट को देखकर सवाल उठता है कि एक सीमांत किसान के सेविंग्स एकाउंट में लाखों करोड़ों रूपए आए कहां से और गए कहां?

    विश्रामपुरी ब्रांच में भी खेल
    इसी तरह से विश्रामपुरी भारतीय स्टेट बैंक शाखा के एक कागजी सप्लायर के खाते से भी आश्चर्यजनक ढंग से लाखों करोड़ों का लेन देन होने की पुख्ता जानकारी मिली है। इस खाते से भी हैरतअंगेज लेन देन हुआ है। प्राप्त जानकारी के अनुसार 9 दिसंबर 2020 को 1 लाख 36 हजार 500 रूपए जमा हुए और समय समय पर इस खाते में लेनदेन होता रहा। इस खाते में 14 जून, 15जून 2021 व 26 अक्टूबर 2021 और 2 अप्रेल 2022 को आश्चर्यजनक ढंग से लाखों रु. आ गए। इसी तरह बड़े राजपुर ब्लाक के कई सरपंच उप सरपंच नेता कम समय में बहुत ज्यादा धन कमा लेने के अपने मंसूबे को पूरा करने के लिए जुगाड़ लगाकर सप्लायर वेंडर बन गए, कागज में ही फर्म व दुकान खोल ली और बहुत कम दिनों में ही लाखों करोड़ों का लेनदेन कर विकास कार्यों हेतु स्वीकृत राशि के बंदरबांट कर ली गई। बड़े राजपुर ब्लाक की ही तरह केशकाल एवं फरसगांव ब्लाक में भी सत्ता संरक्षण में कागज पर ही फर्म खोलकर विकास कार्यों हेतु स्वीकृत सरकारी धन में से लाखों करोड़ों की बंदरबांट और फर्जीवाड़ा करने वालों के बैंक खातों में हुए लेनदेन की जांच करने पर चौंकाने वाला मामला उजागर हो सकता है। इन फर्जी फर्मों के फर्जीवाड़े की जांच से टैक्स चोरी के साथ ही सरकारी धनराशि के घोटाले का भी मामला उजागर होगा और सत्ता के दुरपयोग का भी पर्दाफाश हो जाएगा तथा कयी सफेदपोश बेनकाब हो जाएंगे।

    उच्च स्तरीय जांच हो : ध्रुव
    केशकाल के पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हुए केंद्र एवं राज्य सरकार की जांच एजेंसियों के प्रमुखों को पत्र प्रेषित किया है।  ध्रुव ने कहा है कि केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत ग्राम पंचायत को रोजगारमूलक और विकासपरक कार्य कराने के लिए केंद्रीय मद से आवंटित राशि तथा राज्य शासन द्वारा विभिन्न विकास कार्यों के लिए दी गई राशि हड़पकर पंचायत प्रतिनिधि करोड़पति बन गए हैं। मामले की सीबीआई, ईडी, सेंट्रल जीएसटी और राज्य सरकार की एजेंसियों से कराए जाने की मांग पूर्व विधायक कृष्ण कुमार ध्रुव ने की है। उन्होंने कहा है कि जांच में कई बड़े चेहरे भी बेनकाब हो जाएंगे।