13 सूत्रीय मांगों को लेकर सीटू और सीएमएसएस व एटक के ठेका श्रमिकों ने ठप किया खदान का काम

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खदान के ठेका श्रमिकों की 13 सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले 5 महीने से संघर्षरत सीटू और सीएमएसएस व एटक अध्यक्ष के ठेका श्रमिकों ने प्रबंधन के रवैया से आक्रोशित होकर आज खदान का कामकाज ठप कर दिया ।

उल्लेखनीय है कि खदान में कार्यरत लगभग 1900 ठेका कर्मियों की विभिन्न समस्याओं को लेकर तीनों यूनियनों के अध्यक्षों ने एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन मार्च महीने में प्रबंधन को सौप था । इस ज्ञापन में श्रमिकों को समयबद्ध अपग्रेडेशन देने, समान काम समान वेतन, पूर्व सहमति के अनुसार चिकित्सा सुविधा लागू करने, कम दर पर ठेका लेने वाले एवं समय पर भुगतान न करने वाले ठेकेदारों पर बैन लगाने, ठेका श्रमिकों को ग्रेच्युटी भुगतान करने जैसी 13 मांगे शामिल की गई थी। इन मांगों पर 6 जुलाई को विशाल प्रदर्शन कर पुनः प्रबंधन को स्मरण पत्र दिया गया, लेकिन प्रबंधन ने इन मांगों का निराकरण करने में कोई रुचि नहीं दिखाई । जिसके चलते खदान के श्रमिक बेहद आक्रोशित थे। अंतत: प्रबंधन के रवैया से क्षुब्ध होकर श्रमिकों ने आज खदान के विभिन्न विभागों का कामकाज ठप कर, दल्ली माइंस के गेट को जाम कर दिया तथा जबरदस्त घेराबंदी की, जिसके कारण प्रथम पाली में दल्ली खदान का उत्पादन नहीं हो सका। अन्य खदानों में भी उत्पादन बुरी तरह प्रभावित रहा । प्रबंधन ने श्रमिकों के कड़े तेवर को देखते हुए आनन फानन में यूनियन नेताओं के साथ दो दौर की बड़ी बैठक की । पहले दौर की बैठक दल्ली माइंस के महाप्रबंधक पी एम सिरपुरकर के साथ संपन्न हुई । जिसमें दल्ली माइंस में गलत तरीके से प्रारंभ किए गए ठेका को तत्काल रोकने पर सहमति बनी । दूसरे दौर की बैठक सीजीएम कॉन्फ्रेंस साल में सम्पन्न हुई। जिसमें ई डी माइंस बी के गिरी,सीजीएम आईओसी आर बी गहरवार, खदान के तमाम उच्च अधिकारी मौजूद रहे । इस बैठक में 13सूत्रीय मांगों पर चर्चा करते हुए प्रबंधन ने खदान के श्रमिकों के अपग्रेडेशन के लिए यूनियन के सुझाव के अनुसार सिस्टम बनाने पर सैद्धांतिक सहमति दी है। मेडिकल सुविधा जल्द से जल्द चालू करने का ठोस आश्वासन दिया गया। प्रबंधन ने बताया कि ठेका श्रमिकों के ग्रेच्युटी का भुगतान प्रारंभ कर दिया गया है, लेकिन जिन ठेकों में टी एल नहीं काटा है उनमें भी ग्रेजुएटी भुगतान करने पर सहमति बनी है। सभी ठेकों में डीए डिफरेंस की राशि का भुगतान एक साथ एक मुफ्त करने पर प्रबंधन सहमत हुआ है। इसी तरह समय पर भुगतान न करने वाले ठेकेदारों पर दंडात्मक कार्रवाई करने पर भी प्रबंधन ने सहमति व्यक्ति की है। हितकसा डैम के शेष 46 श्रमिकों के रोजगार की व्यवस्था पर भी प्रबंधन से गंभीर चर्चा हुई और प्रबंधन ने रोजगार की निरंतरता के लिये रास्ता बनाने पर सहमति दी है। सीजीएम कॉन्फ्रेंस हॉल में बैठक के दौरान ईडी माइंस सीजीएम आईओसी आर बी गैहरवार, जीएम चिंताला श्रीकांत, जीएम पी एम सिरपुरकर,जीएम सुकान्तो मंडल,माइंस मैनेजर पंकज कुमार, कार्मिक विभाग से डॉक्टर जे एस बघेल, जोत कुमार, सिकंदर इंदौरिया, समस्त लेबर वेलफेयर ऑफीसर, यूनियन की ओर से एटक से राजेंद्र बेहरा, मुकुल वर्मा, सीटू से प्रकाश सिंह क्षत्रिय, पुरुषोत्तम सिमैया, ज्ञानेंद्र सिंह, बीएल रोकड़े, मानसिंह कनवर, सीएमएसए से सोमनाथ उइके, रामचरण नेताम, शैलेश ,एवं सुरेंद्र इत्यादि साथी उपस्थित रहे । बैठक समाप्त होने के बाद दल्ली माइंस गेट पर ठेका श्रमिकों की विशाल आम सभा कर हड़ताल समाप्ति की घोषणा की गई। इस अवसर पर हडताल को पूर्ण समर्थन दे रहे पूर्व विधायक कामरेड जनकलाल ठाकुर ने कहा कि आईओसी राजहरा में ठेका सिस्टम को बिगाडने का प्रयास करने वाले लोगों के खिलाफ भविष्य में भी ठेका श्रमिक डटकर खड़े होंगे तथा अपनी मांगों को हर हाल में हासिल करेंगे।