कोतवाली पुलिस ने फिर तोड़कर रख दिया मिथक

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  • दिमागी तौर पर अस्वस्थ युवक की गुम ऑटो ढूंढ ली
  •  पुलिस की त्वरित कार्रवाई से ऑटो वाले के चेहरे पर लौटी मुस्कान

राजनांदगांव पुलिस की कार्यप्रणाली पर अक्सर उंगलियां उठाई जाती हैं। आरोप लगते रहते हैं कि पुलिस शिकायतों पर कार्रवाई नहीं करती, थानों में बिना भेंट पूजा के कोई काम नहीं होता। इस मिथक को राजनांदगांव सिटी कोतवाली पुलिस ने तोड़ दिया है। एक शख्स की ऑटो गुम हो गई थी। शिकायत थाने तक पहुंची और पुलिस ने कुछ ही घंटों में ऑटो को ढूंढ निकाला और उसके मालिक के हवाले कर दिया।
चिखली पुलिस चौकी अंतर्गत रामनगर निवासी आशीष तिवारी ने 13 सितंबर को प्रार्थी आशीष तिवारी ने थाने में सूचना दी थी कि उसका भाई दीपक तिवारी आटो सीजी 08 एसई 2137 को चलाता है। ऑटो पर मां का आर्शीवाद लिखा हुआ है। दीपक तिवारी मानसिक रूप से अस्वस्थ्य है और उक्त आटो गुम हो गई है। तलाश करने पर नही मिल रही है। थाना प्रभारी निरीक्षक एमन साहू ने तत्काल टीम गठित कर शहर के लगभग 50 सीसीटीवी में रिकॉर्ड फुटेज की पड़ताल कराई। पता चला कि उक्त आटो रेल्वे क्रासिंग स्टेशन पारा राजनांदगांव के पास लावारिस हालात में खड़ी है। ऑटो को लाकर प्रार्थी के सुपुर्द किया गया। भाई दीपक तिवारी की ऑटो मिल जाने से खुश आशीष तिवारी ने कोतवाली पुलिस की त्वरित कार्रवाई की जमकर तारीफ करते हुए स्टाफ को धन्यवाद दिया। ऑटो को ढूंढ निकलने में आरक्षक अविनाश झा, प्रख्यात जैन की महत्वपूर्ण भूमिका रही।