जशपुर – उत्तर प्रदेश के हाथरस में दलित युवती के साथ सामूहिक बलात्कार और मौत के बाद पूरे देश में उबाल है। पूरा देश आरोपियों को मौत की सजा की मांग कर रहे है | प्रदेश में भी आये दिन बलात्कार के केस सामने आ रहे है | प्रदेश के जशपुर जिले में भी युवती की संदेहास्पद मौत का मामला सामने आया है जिसमे अब अनुसूचित जनजाति आयोग के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष नंदकुमार साय ने आरोप लगाया है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या का मामला है और इसे जानबुझकर दबाया जा रहा है |
यह मामला अगस्त महीने का है | मामला पहले तो प्रेम सम्बन्ध का था जिसमे युवक और युवती दोनों एक दुसरे के साथ प्रेम सम्बन्ध था लेकिन इसी बीच लड़की गर्भवती हो गई और जब लड़की के परिजनों को यह बात पता चली उन्होंने लड़की से पूछा इस बारे में तो उसने युवक का नाम बताया फिर गाँव में मीटिंग हुई जिसमे यह फैसला लिया गया कि लड़का और लड़की एक दुसरे को पसंद करते है तो दोनों की शादी करवा देंते है | लड़की के परिजन तो मान गए किन्तु लड़के का पिता उस लड़की को अपनी बहु मानने से इंकार कर दिया | उसके बाद लड़की के परिजन पुलिस थाने में शिकायत की बात करने लगे | जब यह बात लड़के के पिता को पता चली वे लोग लड़की के घर आये और उसे अपने साथ ले गए |
लेकिन अगली सुबह लड़की घर से गायब मिली और जब खोजबीन की गई तो गाँव से 1 किमी दूर एक पेड़ में लड़की लटकी हुई मिली | लड़के के परिजनों ने कहा कि लड़की ने शर्म के कारण ख़ुदकुशी की है जबकि लड़की के परिजन यह मानने को तैयार नहीं थे उन्होंने कहा हत्या हुई है और थाने में जाकर लड़के और उसके परिवार वालों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट लिखाई गई और पुलिस द्वारा पाक्सो एक्ट धारा 376/306 के तहत लड़के को गिरफ्तार कर लिया गया |
नंदकुमार साय भी जांच पड़ताल करने पहुँच गए और पता लगाया और कहा कि लड़की के पैर में सुजन था और जिस पेड़ में लटकी हुई थी उसकी ऊंचाई 12 फीट है वह कैसे चढ़ सकती है | मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है | इस मामले में SIT का गठन कर जांच की मांग की है | इसको लेकर जिले में प्रदर्शन जारी है |