जल जीवन मिशन के हर कार्य में जमकर गड़बड़ी

0
82
  • नल कनेक्शन के प्लेटफार्म निर्माण में भी गफलत
  • सड़कों का बेड़ागर्क करने वाले उपयंत्री की करतूत =

अर्जुन झा

बकावंड केंद्र सरकार के जल जीवन मिशन को छत्तीसगढ़ शासन के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के अधिकारियों ने कमाई का जरिया बना लिया है। बकावंड विकासखंड की ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन के हर कार्य में गड़बड़ी कर विभागीय अधिकारी केंद्र सरकार के करोड़ों रुपयों की बंदरबांट करने में लगे हुए हैं। बकावंड में पदस्थ पीएचई के उपयंत्री आलोक मंडल ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी हैं। वरिष्ठ अफसरों के संरक्षण में खूब गफलतबाजी की जा रही है।

राज्य सरकार की निधि के करोड़ों रुपयों की लागत से बनवाई गई सड़कों को लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग (पीएचई) के अधिकारियों ने तहस नहस करवा दिया है। पीएचई के सब इंजीनियर आलोक मंडल ने पेयजल आपूर्ति पाईप लाईन बिछाने के नाम पर गांवों में निर्मित सीसी सड़कों को खोदवा डाला है। ब्लॉक की ग्राम पंचायत गुमडेल समेत सभी 93 ग्राम पंचायतों में सड़कों को उधेड़ कर रख दिया गया है। ज्ञात हो कि केंद्र सरकार द्वारा हर गांव के घर – घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन योजना चलाई जा रही है। जल जीवन मिशन के कार्य की जिम्मेदारी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग सम्हाल रहा है। विभाग के अधिकारी मिशन के कार्यों में जमकर गड़बड़ी तो कर ही रहे हैं, गांवों में निर्मित पक्की सड़कों को ध्वस्त करने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसी ही बुरी गत बकावंड जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत गुमडेल की भी सड़क की बना दी गई है। गुमडेल के आवास पारा की गलियों में ग्राम पंचायत द्वारा लाखों रुपए खर्च कर बनाई सीसी सड़कों को पाईप लाईन बिछाने के लिए पूरी तरह उधेड़ दिया गया है। पाईप लाइनें बिछाने के बाद जेसीबी के जरिए गलियों में मिट्टी का भराव किया गया है। अब गलियों में पहले की तरह कीचड़ ही कीचड़ नजर आ रहा है। इन गलियों में हाल ही में लाखों रु. खर्च कर सीमेंट कांक्रिट सड़कों का निर्माण ग्राम पंचायत के माध्यम से कराया गया था। गलियां कीचड़ से भरी होने के चलते ग्रामीणों को आवागमन में असुविधा हो रही है।

  • धसक रहे हैं स्टैंड पोस्ट के प्लेटफार्म

केंद्र सरकार की मंशा है कि माता – बहनों को पेयजल की व्यवस्था के लिए दर दर भटकना न पड़े, दूषित पानी पीने से कोई व्यक्ति बीमार न पड़े। इसीलिए जल जीवन मिशन का आगाज किया गया है, लेकिन पीएचई के अधिकारी स्वार्थ पूर्ति के लिए मिशन के कार्यों में जमकर गड़बड़ी कर रहे हैं। पाईप लाईन बिछाने, घरों में निजी और गलियों सार्वजनिक नल के स्टैंड पोस्ट लगाने के लिए प्लेटफार्म निर्माण, ओवर हेड टंकी निर्माण समेत सभी कार्यों में गुणवत्ता को पूरी तरह तिलांजलि दे दी गई है। प्लेट फार्म और टंकी निर्माण में बहुत ही कम मात्रा में सीमेंट का उपयोग किया गया है। रेत ज्यादा और सीमेंट कम उपयोग किए जाने के चलते प्लेट फार्म अभी से धसकने लगे हैं। गुमडेल व अन्य ग्राम पंचायतों में इस संवाददाता ने जब जमीनी हकीकत की पड़ताल की, तो हैरान कर देने वाला मंजर देखने को मिला। एक भी घरेलू प्लेट फार्म और सार्वजनिक नलों के प्लेट फार्म साबूत नहीं रह गए हैं। पानी की निकासी नहीं हो पा रही है और हर घर के आंगन में कीचड़ हो गया है।

ठेकेदार पर थोप रहे जिम्मेदारी

गुमडेल के सरपंच, उप सरपंच और पंचों ने जब ठेकेदार को सड़क खोदने से मना किया और सही तरीके से नलों के प्लेट फार्म बनाने के लिए कहा, तो उसने यह कहते हुए अपने ढर्रे पर कार्य रखा कि वह साहब के कहे अनुसार काम कर रहा है। वहीं पीएचई के सब इंजीनियर आलोक मंडल ने यह कहते हुए पल्ला झाड़ लिया कि ठेकेदार मेरी बात नहीं मान रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों ने पीएचई के ईई जगदीश कुमार से भी मामले की शिकायत की है। बकावंड विकासखंड की सभी 93 ग्राम पंचायतों में पक्की सड़कों की ऐसी ही दुर्दशा पाईप लाईन बिछाने के नाम पर कर दी गई है। इन सभी पंचायतों में घटिया तरीके से प्लेट फार्मों का निर्माण कराया गया है।

जल जीवन मिशन या कमाई का मिशन ?

जल जीवन मिशन के कार्यों के लिए केंद्र सरकार करोड़ों रुपए मंजूर करती है। इस राशि से बोर कराने, मोटर पंप लगाने, सोलर पैनल्स लगाकर सौर ऊर्जा के जरिए मोटर पंप ऑपरेटिंग, ओवरहेड टंकी निर्माण, संबंधित गांव की हर गली में अंतिम छोर के घर तक पाईप लाईन बिछाने, घर घर में नल कनेक्शन देने, गलियों में जगह जगह स्टैंड पोस्ट लगाने, नलों के वेस्टेज पानी की निकासी की व्यवस्था करने आदि कार्य कराए जाते हैं। हर ग्राम पंचायत में जल जीवन मिशन के लिए करोड़ों का आवंटन लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को मिलता है। इस रकम की जमकर बंदरबांट की जा रही है। बताया गया है कि हर जगह कम गहराई में बोर कराया गया है और ज्यादा गहराई तक बोर कराने पर व्यय बताकर रकम हड़प ली गई है। बोर में केसिंग और पाईप तथा मोटर घटिया स्तर के लगाए गए हैं। पाईप लाइनों में बिछाए गए पाईप बेहद ही घटिया स्तर के हैं। स्टैंड पोस्ट बनाने में घटिया क्वालिटी की सीमेंट का उपयोग किया गया है। सोलर पैनल्स की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। पीएचई के अधिकारियों ने जल जीवन मिशन को करप्शन का मिशन बना लिया है। सभी ग्राम पंचायतों में जल जीवन मिशन के कार्य ठेके पर दिए गए हैं। ठेकेदार को भ्रष्टाचार की खुली छूट विभागीय अधिकारियों ने दे रखी है और जब पोल खुलती है, तब सारा दोष ठेकेदार पर मढ़ देते हैं।

वर्सन

*सब इंजीनियर को दिए हैं निर्देश*

गुमडेल की सड़कों को नुकसान पहुंचने की शिकायत मिली है। मैंने सभी सब इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि पाईप लाईन बिछाने में सड़कों को किसी भी तरह की क्षति न पहुंचाई जाए।

जगदीश कुमार

ईई, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग, बस्तर

वर्सन

सब इंजीनियर कर रहे मनमानी

पीएचई के सब इंजीनियर आलोक मंडल हर कार्य में मनमानी कर रहे हैं। वे अपने ईई के निर्देश का भी पालन नहीं करते।