- राहुल गांधी ने रेखचंद जैन से कहा- मैं हूं न
- कुमारी शैलजा व बैज ने कराया परिचय, एयरपोर्ट में राहुल से हुई जैन की चर्चा
अर्जुन झा
जगदलपुर हिंदी फीचर फिल्म ‘मैं हूं न’ में जिस तरह एक बड़ा भाई अपने छोटे भाई की हौसला अफजाई करता है, ठीक उसी अंदाज में राहुल गांधी जगदलपुर के निवर्तमान विधायक रेखचंद जैन का हौसला बढ़ा गए हैं।
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी शनिवार को बस्तर प्रवास पर थे। उन्होंने संभाग मुख्यालय जगदलपुर के लालबाग मैदान पर विशाल जनसभा ली। इसके बाद दोपहर की उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में राहुल गांधी जगदलपुर के निवर्तमान विधायक रेखचंद जैन से चर्चा करते नजर आ रहे हैं। पास ही कांग्रेस के बड़े नेता खड़ दिख रहे हैं। दरअसल सभा के बाद जब राहुल गांधी एयरपोर्ट पहुंचे तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी कुमारी शैलजा एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दीपक बैज ने जैन का परिचय राहुल गांधी से करवाया। सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी ने श्री जैन को आश्वस्त करते कहा- मैं हूं न। जब से यह तस्वीर वायरल हुई है, लोग तरह तरह कयास लगा रहे हैं। लोग एक दूसरे से पूछ रहे हैं कि राहुल ने रेखचंद जैन से आखिर कहा तो क्या कहा? ज्ञात हो कि पिछला विधानसभा चुनाव 27440 वोटों के विशाल अंतर से जीतने के बावजूद इस बार कांग्रेस ने जगदलपुर सीट पर रेखचंद जैन को टिकट नहीं दिया। राजनीति के जानकारों के साथ ही विभिन्न संघ- संगठनों के लोगों का मानना है कि जैन को टिकट देकर कांग्रेस इस सीट को अपनी झोली में आसानी से डाल सकती थी। टिकट न मिलने के बावजूद रेखचंद जैन कांग्रेस प्रत्याशी जतिन जायसवाल के साथ पूरी शिद्दत से मैदान पर डटे हुए हैं। गांव से लेकर शहर तक जैन व उनके सहयोगी जिस मुस्तैदी के साथ प्रचार में डटे हुए हैं, उससे विपक्षी दल के लोग भी हैरत में हैं। जैन के पार्टी के प्रति समर्पण, निष्ठा व ईमानदारी की खूब सराहना हो रही है। माना जा रहा है कि उनके प्रति आम व खास लोगों में उमड़ी सहानुभूति की चर्चा से कांग्रेस आलाकमान भी अनभिज्ञ नहीं है। राहुल गांधी से पूर्व जगदलपुर आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी कुमारी शैलजा, उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव भी श्री जैन की सराहना कर चुके हैं। चूंकि पार्टी ने उनके स्थान पर पूर्व महापौर को टिकट दिया है इसलिए जैन के राजनैतिक भविष्य के परिप्रेक्ष्य में राहुल गांधी ने यह टिप्पणी की, ऐसी चर्चा है। श्री गांधी ने न केवल उनकी सराहना की अपितु उनके भविष्य को लेकर भी आश्वस्त किया। करीब दो मिनट की चर्चा में जिस अंदाज में राहुल गांधी ने रेखचंद जैन को मैं हूं न कहकर भरोसा दिलाया, उसकी भी यहां चर्चा हो रही है।
तीन अक्षर में प्यार का सागर
राहुल गांधी और रेखचंद जैन की मुलाकात के बाद सुपरहिट हिंदी फीचर फिल्म ‘मैं हूं न’ के दृश्य लोगों के जेहन में घूमने लगे हैं। इस फिल्म में बड़े भाई शाहरुख़ खान अपने छोटे भाई जायेद की हौसला अफजाई कर उसे आगे बढ़ाने में पुरजोर मदद करते हैं। फिल्म का गीत – किसका है इंतजार ये तुमको मैं हूं न… देख लो इधर तो एकबार मैं हूं न, खामोश क्यों हो जो भी कहना है कहो, मांगना है जितना, प्यार मांग लो न, तुमको मिलेगा उतना प्यार मैं हूं न…। सूत्र बताते हैं कि राहुल के मुंह से निकले तीन अक्षर के बोल ‘मैं हूं न’ ने रेखचंद को ढाई अक्षर प्यार के से भी बढ़कर बहुत कुछ देने का संकेत दे दिया है। इन तीन अक्षरों के रूप में रेखचंद को प्यार का सागर मिल गया है।माना जा रहा है कि रेखचंद जैन को उनके राजनीतिक अनुभव और योग्यता के अनुरूप बड़ी पॉलिटिकल टर्निंग मिल सकती है। अब तो रेखचंद के लिए मैं हूं न वाक्य थाती बन गया है।