संविधान का पालन करके ही पा सकते हैं अधिकार : देवांगन

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  • काकतीय कॉलेज में विधिक साक्षरता शिविर
    जगदलपुर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं जिला न्यायाधीश मनीष कुमार ठाकुर के मार्गदर्शन में शासकीय काकतीय स्नात्तकोत्तर महाविधालय जगदलपुर में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। आरंभ में माता सरस्वती एवं संविधान निर्माता डॉ. बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
    विद्यार्थियों, प्राध्यापकों और प्राचार्य से संविधान की प्रस्तावना का वाचन कराया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रथम अपर एवं जिला सत्र न्यायाधीश डीआर देवांगन ने विधि छात्र छात्राओं को संविधान के महत्व और राष्ट्र के प्रति नागरिकों के कर्तव्य के अनुपालन से अवगत कराया।

 

उन्होंने संविधान में प्रदत्त अधिकारों पर रौशनी डालते हुए कहा कि संवैधानिक दायरे में रहकर तथा संविधान का पालन करते हुए ही अधिकारों को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने विद्यार्थियों को विधिक सेवा योजनाओं की भी जानकारी दी। जगदलपुर के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट रुपनारायण पठारे ने विद्यार्थियों को संवैधानिक अधिकारों की विस्तृत जानकारी देते हुए उन्हें विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं के व्यापक प्रचार प्रसार करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि अब न्याय पाने में गरीबी बाधक नहीं है। द्वितीय व्यवहार न्यायाधीश वर्ग -1 अनिता ध्रुव ने विद्यार्थियों को संविधान, राष्ट्र की एकता, अखंडता, संप्रभुता की रक्षा व संवैधानिक मूल्यों के पालन के लिए प्रेरित करते हुए मूलभूत अधिकारों और मौलिक कर्तव्यों की जानकारी दी। कॉलेज की प्राचार्य डॉ. के. इंदिरा ने संविधान में प्रदत्त अधिकारों पर प्रकाश डालते हुए सभी नागरिकों को उन अधिकारों से अवगत कराने पर जोर दिया। इस दौरान विधि के छात्र छात्राओं ने गौर नृत्य की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कॉलेज के विधि विभाग के प्राध्यापक मोहन सोलंकी, सभी प्राध्यापक, विधिक सेवा प्राधिकरण के कर्मचारी मुंदीप्रसाद जोशी, चुन्नीलाल पाणिग्रही, पैरा लीगल वॉलिंटियर्स जगन्नाथ भारती एवं कॉलेज के विद्यार्थी उपस्थित थे।