- शोभायात्रा में शामिल भक्तों को मिन्नतें कर पिलाते रहे लीची का शीतल पेय
जगदलपुर दुर्गा राइस मिल के संचालक राजू राव शंकर राव ने एकबार फिर श्रद्धा और सेवा भावना का परिचय दिया है। उनकी इस पहल से बालाजी के भक्त बेहद खुश नजर आ रहे थे और लोग राव की दिल खोलकर तारीफ कर रहे हैं।
भगवान वेंकटेश्वर स्वामी बालाजी मंदिर के 23वें वार्षिक महोत्सव की शोभायात्रा के दौरान दुर्गा राइस मिल के संचालक राजू राव शंकर राव ने शोभायात्रा में शामिल भक्तों को लिची का शीतल पेय पूरी श्रद्धा के साथ वितरित किया। राजू राव शंकर राव भक्तों से आग्रह कर उन्हें लीची का शीतल पेय ग्रहण करने का आग्रह करते नजर आए। वे इस कोशिश में भी लगे दिखे कि एक भी भक्त शीतल पेय लेने से वंचित न रहे।. बच्चों तक से वे आग्रह कर उन्हें शीतल पेय प्रदान कर रहे थे। युवा, बच्चों, बुजुर्गों, महिलाओं, बालक बालिकाओं सभी को राजू राव शंकर राव ने पूरी श्रद्धा के साथ शीतल पेय भेंट किया। श्री राव एक एक व्यक्ति से मनुहार करते हुए उन्हें लीची का शीतल पेय पीने का आग्रह करते दिखे। कई लोगों ने दो दो, तीन तीन बार शीतल पेय लिया। श्री राव ने ऐसे किसी भी व्यक्ति को मना नहीं किया। इस दौरान वरिष्ठ कांग्रेस नेता राजू राव शंकर राव की श्रद्धा और सेवा भावना को देख शोभायात्रा में शामिल भक्त और राहगीर अभिभूत नजर आए। बताते हैं कि राजू राव शंकर राव हर धर्म मजहब के कार्यक्रमों, जुलूस और शोभायात्राओं के दौरान इसी तरह सेवा करने हमेशा तत्पर नजर आते हैं। जब इस संवाददाता ने राजू राव शंकर राव से उनकी इस सेवा भावना और श्रद्धा भक्ति के बारे में जानना चाहा, तो उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा- भाई मैं तो कुछ नहीं करता, जो भी करवाते हैं वो मेरे भगवान श्री श्री श्री वेंकटेश्वर बालाजी और मां दंतेश्वरी मुझसे करवाते हैं, मैं तो एक साधन मात्र हूं। उन्हीं के आशीर्वाद से मुझे इतना सामर्थ्य मिला है कि भक्तों की यथा संभव सेवा कर पाता हूं। राजू राव शंकर राव ने यह भी कहा कि जब तक यह शरीर है और इस शरीर में प्राण है, तब तक जनता जनार्दन की सेवा करता रहूंगा।. बस यही कामना है कि भगवान श्री वेंकटेश्वर बालाजी और दंतेश्वरी माई की कृपा मुझ पर, मेरे परिजनों पर और पूरे बस्तर संभाग के लोगों पर बनी रही। श्री श्री श्री वेंकटेश्वर बालाजी की शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को लीची का शीतल पेय वितरण के दौरान श्री दुर्गा राइस मिल के संचालक राजू राव शंकर राव के साथ अभिषेक, गुरु, मलय, अमन, ज्योतिश्वर, अभिषेक, फ़िलिप, सौरव आदि ने भी योगदान दिया।