नक्सलियों ने मुखबिरी के शक में दो निरीह ग्रामीणों को मार डाला, दो और ग्रामीण टारगेट पर

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  • सुरक्षा बलों के कैंप खुलने से बौखला गए हैं नक्सली
  • पामेड़ एरिया कमेटी संगठन ने ली हत्या की जिम्मेदारी
    -अर्जुन झा-
    जगदलपुर बस्तर संभाग के सुकमा जिले में नक्सलियों ने पुलिस की मुखबिरी करने का आरोप लगाते हुए दो ग्रामीणों की हत्या कर दी। इसके साथ ही दो अन्य ग्रामीणों को भी नक्सलियों ने सजा देने की चेतावनी देते हुए अपने टारगेट पर ले लिया है। कहा जा रहा है कि नक्सली वर्चस्व वाले इलाकों के गांवों में सुरक्षा बलों के कैंप स्थपित होने की बैखलाहट के नक्सलियों निरीह ग्रामीणों की हत्या कर उन इलाकों में दहशत फैलाने की कोशिश की है।
    उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार बस्तर संभाग में नक्सली समस्या के उन्मूलन और नक्सल प्रभावित इलाकों के समग्र विकास के लिए संकल्पित भाव से काम कर रही है। इसी के तहत नक्सल गढ़ में सुरक्षा बलों के कैंप स्थापित किए जा रहे हैं। राज्य में भाजपा की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी केबिनेट द्वारा लगातार नक्सल प्रभावित इलाकों में विकास की गति तेज कर दी गई है। केंद्र सरकार की योजनाओं का भी लाभ ऐसे इलाकों के ग्रामीणों तक सफलता पूर्वक पहुंचाया जा रहा है। इसमें पुलिस और सुरक्षा बलों का अहम योगदान है। कैंप स्थापना भी इसी उद्देश्य को लेकर की जा रही है। केंद्र व राज्य सरकारों की योजनाओं का लाभ मिलने तथा पुलिस व केंद्रीय सुरक्षा बलों के गांवों में आ जाने के बाद सुरक्षा, विकास और विश्वास का भरोसा ग्रामीणों में जाग उठा है। कई दशकों से अभावों, समस्याओं और बदहाली के बीच जीवन गुजारते आ रहे ग्रामीणों में उम्मीद की नई किरण जाग उठी है। ग्रामीणों का नक्सलियों से मोहभंग होता जा रहा है। यही बात अब नक्सलियों को चुभने लगी है। इसी वजह से वे निरीह ग्रामीणों को मुखबिरी का आरोप लगाकर मौत के घाट उतारने लगे हैं।दो को मारा, दो और निशाने पर
    सुकमा जिले में नक्सलियों ने पुलिस मुखबिरी के आरोप में दो ग्रामीणों की हत्या कर दी। जिले और बीजापुर जिले की सरहद पर स्थित गांव कायर दुल्लेड़ निवासी ग्रामीण सोड़ी हूंगा और माड़वी नंदा की हत्या की गई है। नक्सलियों की पामेड़ एरिया कमेटी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। नक्सलियों ने एक पर्चा जारी कर कहा है कि सोड़ी हूंगा और माड़वी नंदा पुलिस के संपर्क में रहते थे और सुरक्षा बलों के कैंप में मछली, मुर्गा, सूअर आदि पहुंचाने तथा ग्रामीणों को पुलिस से पिटवाने का काम कर रहे थे। गांव के ग्रामीण मड़काम सुला की पुलिस से पिटाई करवा कर उसका कान कटवा देने कस आरोप भी नक्सलियों ने लगाया है। इसीलिए उन्हें मौत की सजा दी जाने की बात पर्चे में कही गई है। इसके अलावा नक्सलियों ने कायर दुल्लेड़ गांव के ही अड़मा (पंगाल डेंगाल) और देवे को भी पुलिस का मुखबिर बताते हुए उन्हें भी चेतावनी दी है।

    गृहमंत्री विजय शर्मा की गजब दिलेरी
    छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री और गृहमंत्री विजय शर्मा की दिलेरी की दाद देनी होगी, जिन्होंने नक्सली मांद में घुसकर सुरक्षा बलों के जवानों की हौसला अफजाई करते रहे हैं। कुछ दिनों पहले सुकमा जिले के ही एक कैंप में तैनात दो जवान नक्सली हमले में शहीद हो गए थे। इस घटना के तुरंत बाद गृहमंत्री विजय शर्मा सुकमा के धुर नक्सल प्रभावित गांव में स्थापित कैंप में पहुंच गए थे। वहां श्री शर्मा काफी देर तक रुके रहे और सुरक्षा जवानों का मनोबल बढ़ाते रहे। गृहमंत्री विजय शर्मा ग्रामीणों से भी मिले और उन्हें भरोसा दिलाया कि सरकार आपके साथ खड़ी है। विजय शर्मा दो दफे नक्सल प्रभावित इलाकों का दौरा कर चुके हैं। संभवतः छत्तीसगढ़ के इतिहास में विजय शर्मा पहले गृहमंत्री हैं, जिन्होंने नक्सली मांद में घुसने का साहस दिखाया है।

    तिवारी ने भी लांघी लक्ष्मण रेखा
    नक्सलियों ने सुकमा जिले के पहुंच विहीन गांवों में जो लक्ष्मण रेखा खींच रखी थी, उसे अब जिले के शीर्ष अधिकारी भी लांघने से गुरेज नहीं कर रहे हैं। इन्हीं अधिकारियों में सुकमा जिला पंचायत के युवा सीईओ लक्ष्मण तिवारी भी शुमार हैं। 21 फरवरी को सीईओ लक्ष्मण तिवारी नक्सलियों द्वारा खींची गई लक्ष्मण रेखा को लांघते हुए कोंटा विकासखंड के अति संवेदनशील ग्राम पूवर्ती, टेकलगुड़ा, कुंदेड़ और सिलगेर जा पहुंचे। वहां उन्होंने विभिन्न विकास कार्यों का औचक निरीक्षण किया। जिला पंचायत सीईओ लक्ष्मण तिवारी ने ग्राम पूवर्ती में आगनबाड़ी, पीडीएस भवन, पेयजल एवं बिजली व्यवस्था सहित अन्य विकास कार्यों की भौतिक प्रगति का निरीक्षण किया। साथ ही उन्होंने पूवर्ती में स्वीकृति हेतु प्रस्तुत कार्यों के लिए प्रस्तावित स्थल का भी जायजा लिया। श्री तिवारी ने ग्रामीणों और अधिकारियों से कार्य की आवश्यकता व मूलभूत विकास से होने वाले लाभ के बारे में चर्चा कर  प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष प्रभाव के संबंध में जानकारी ली। सीईओ ने अधिकारियों को कार्यों की स्वीकृति के संबंध में निर्देश दिए। सीईओ श्री तिवारी के साथ निरीक्षण के दौरान साथ जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।