ले लिया बस्तर सीट से हार का बदला, भाजपा का ‘मिशन बकावंड’ कामयाब

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  • कुर्सी से बेदखल कर दी गईं कांग्रेसी जनपद अध्यक्ष
  • सात कांग्रेसी जनपद सदस्यों का भाजपा को मिला साथ

अर्जुन झा:-

बकावंड विधानसभा चुनाव में मिली हार का बदला भारतीय जनता पार्टी ने अंततः कांग्रेस से ले ही लिया। अपने ‘मिशन बकावंड’ को कामयाब बनाते हुए आख़िरकार भाजपा ने बकावंड जनपद पंचायत में बड़ा राजनीतिक उलेटफेर कर दिखाया। कांग्रेसी जनपद अध्यक्ष को कुर्सी से बेदखल करने में भाजपा सफल हो गई है। अविश्वास प्रस्ताव में सात कांग्रेसी जनपद सदस्यों ने भाजपा का साथ देते हुए अपनी ही पार्टी की जनपद अध्यक्ष सुखदेई बघेल को जनपद पंचायत के सत्ता शीर्ष से अलग कर दिया।

          विधानसभा चुनाव में भाजपा को बस्तर विधानसभा सीट पर हार का सामना करना पड़ा था। सर्वाधिक पढ़े लिखे लोगों वाला विकासखंड बकावंड भी बस्तर विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। बकावंड जनपद पंचायत की सत्ता पर कांग्रेसी अध्यक्ष सुखदेई बघेल काबिज रही हैं। कुल जमा 25 सदस्यों वाली बकावंड जनपद पंचायत में भाजपा के पास सदस्य संख्या कम है, बावजूद भाजपा के स्थानीय नेताओं ने बड़ा जिगरा दिखाते हुए कांग्रेसी जनपद अध्यक्ष को कुर्सी से बेदखल करने के लिए लगभग माहभर पहले ‘मिशन बकावंड’ का आगाज कर दिया था। जोड़तोड़ का खेल करते हुए स्थानीय भाजपा नेता कांग्रेस समर्थक जनपद सदस्यों को साधने की कोशिशों में लगातार लगे रहे। इसका प्रतिफल भी भाजपा के पक्ष में धीरे धीरे आने लगा। एक -एक कर निर्दलीय और जनपद अध्यक्ष के कामकाज एवं व्यवहार से नाखुश कांग्रेसी जनपद सदस्य भाजपा के पाले में आते चले गए। भाजपा के नेताओं को जब विश्वास हो गया कि जनपद अध्यक्ष के सिंहासन को हिलाया जा सकता है, तब भाजपाई, निर्दलीय और असंतुष्ट कांग्रेसी जनपद सदस्यों ने स्थानीय भाजपा नेताओं और जगदलपुर के नगर मंडल भाजपा अध्यक्ष सुरेश गुप्ता के साथ जगदलपुर कलेक्टोरेट जाकर जनपद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने बाबत पत्र कलेक्टर को सौंपा था। कलेक्टर ने पत्र को मंजूर करते हुए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा एवं वोटिंग के लिए तिथि तय कर दी। नीयत तिथि पर एसडीएम एपी राणा की उपस्थिति में अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान हुआ और प्रस्ताव बहुमत से पास भी हो गया। भाजपा सदस्यों के साथ ही सात कांग्रेसी सदस्यों ने भी अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान कर दिया। कुल 19 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव के समर्थन में वोटिंग की, जबकि महज छह सदस्य ही विरोध में थे। भारतीय जनता पार्टी का बड़ा खेल अविश्वास प्रस्ताव लाने में सफल रहा।

धनुर्जय के हाथ होगी कमान?

अविश्वास प्रस्ताव पारित होते ही जनपद पंचायत के बाहर मौजूद भाजपा के नेता और कार्यकर्ता जश्न मनाने लगे। जमकर आतिशबाजी कर मिठाई बांटी गई। पटाखों के धमाकों से बकावंड कस्बा काफी देर तक गूंजता रहा।इस दौरान बकावंड के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं जनपद सदस्य धनुर्जय कश्यप को अन्य जनपद सदस्यों और भाजपा कार्यकर्ताओं ने फूल मलाओं से लाद दिया और ग़ुलाल से सराबोर कर दिया। मौजूदा हालात को देखते हुए लग रहा है कि जनपद पंचायत की सत्ता पर अब भाजपाई अध्यक्ष का कब्जा हो जाएगा। वहीं चर्चा है कि जनपद अध्यक्ष पद की कमान वरिष्ठ सदस्य धनुर्जय कश्यप के हाथों में होगी। हालांकि यह अभी कयास मात्र है। आने वाले कुछ ही दिनों में स्थिति पूरी तरह साफ हो जाएगी।