- मौतों के आंकड़े छुपा रही है सरकार : कांग्रेस
- राज्य में अपराधों और हादसों की बाढ़ : बैज
–अर्जुन झा-
जगदलपुर बेमेतरा जिले के बोरसी मुरमुंदा स्थित बारूद फैक्ट्री में हुए भीषण धमाकों और वहां हुई मौतों को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं बस्तर के सांसद दीपक बैज आज भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने इस दुखद घटना के लिए सीधे तौर पर साय सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि सरकार मौतों के आंकड़े छुपा रही है।
जगदलपुर में आज पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज बोरसी बारूदी विस्फोटों को लेकर जहां बेहद आहत और दुखी नजर आए, वहीं वे सरकार पर आक्रामक भी नजर आए। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की। दीपक बैज ने कहा कि बोरसी खार की घटना को 36 घंटे से भी ज्यादा समय गुजर चुका है, मगर इस पर साय सरकार की ओर से कोई बयान अब तक नहीं आना बड़ा ही दुखद है। मुख्यमंत्री, मंत्री और भाजपा के नेता सिर्फ टीवी चैनलों, फेसबुक और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सिर्फ श्रद्धांजलि देने के सिवा कुछ नहीं कर रहे हैं। सच तो यह है कि सरकार मौतों के आंकड़े छुपा रही है और दोषियों को बचाने का काम कर रही है। इस घटना को लेकर अभी तक किसी के खिलाफ एफआईआर तक लांच नहीं की गई है। इससे साबित होता है कि सरकार दोधियों को बचा रही है। जबकि मौत के आंकड़े लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिहायशी क्षेत्र के बिल्कुल करीब बारूद फैक्ट्री चलती रही और भाजपा सरकार आंख मूंदे बैठी रही। अगर सरकार ने समय रहते कदम उठाए होते तो आज यह दर्दनाक हादसा नहीं होता। इसलिए कांग्रेस का मानना है कि इस घटना के लिए सीधे तौर पर भाजपा सरकार ही जिम्मेदार है।दीपक बैज ने हर मृतक के परिवार को 50 लाख रू. का मुआवजा देने तथा घायलों को 10-10 लाख रुपए की सहायता राशि तत्काल दी जाने की मांग सरकार से की।
दरभा कांड का सच सामने आए
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने दरभा घाटी नक्सली कांड, फर्जी मुठभेड़ों और वोटिंग के कई दिन बाद वोट प्रतिशत बढ़ने की बात पर भी केंद्र और राज्य सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि दरभा घाटी में हुए नक्सलियों के हमले में हमारे अनेक वरिष्ठ नेता और सुरक्षा जवान मारे गए थे। इस घटना को 11साल बीत चुके हैं, मगर भाजपा की लगातार अड़ंगेबाजी के कारण इस कांड पर से रहस्य का पर्दा नहीं उठ पाया है। प्रदेश में जब हमारी सरकार थी, तब हमने मामले की एसआईटी जांच शुरू कराई थी। तब केंद्र सरकार ने एनआईएजांच के बहाने एसआईटी जांच को रुकवाने के लिए कोर्ट का सहारा लेने की कोशिश की, मगर कोर्ट ने केंद्र की नहीं चलने दी। दीपक बैज ने कहा कि इस घटना की सच्चाई जनता के सामने आना चाहिए। दीपक बैज ने मुठभेड़ों पर भी सवाल उठाए। कहा कि हमारी सरकार के दौरान बस्तर में शांति थी। विकास की धारा बह रही थी, मगर अब टारगेटेड मुठबेड़ें हो रही हैं और हमारे आदिवासी भाई मारे जा रहे हैं। वोट परसेंट बढ़ने के मसले पर सवाल उठाते हुए दीपक बैज ने कहा कि वोटिंग के 8-10 दिन बाद वोटिंग प्रतिशत बढ़ने की जानकारी सार्वजनिक करना साजिश की ओर इशारा करता है