किसानों और पशु पालकों के नाम पर राशि स्वीकृत कराकर हड़प ली पशु चिकित्सा अधिकारी ने

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  •  उन्नत मादा वत्स भरण पोषण की आड़ में खेल
  • ग्रामीणों को अब तक मिल नहीं पाई स्वीकृत राशि
    -अर्जुन झा-
    बकावंड ग्रामीणों की अशिक्षा और अज्ञानता का अधिकारी और कर्मचारी किस कदर बेजा फायदा उठाते हैं, इसका एक बड़ा नमूना बकावंड ब्लॉक के पशु चिकित्सा विभाग में देखने को मिला है। यहां विभाग के अधिकारी ने दर्जनों ग्रामीणों को शासन की योजना का लाभ दिलाने का झांसा देकर उनके नाम से स्वीकृत राशि हजम कर ली है। राज्य शासन ने दुधारू पशु गाय भैंस पालन और मांस के लिए भेंड़ बकरी पालन को बढ़ावा देने के लिए व्यक्ति मूलक उन्नत मादा वत्स पालन एवं भरण पोषण योजना लागू कर रखी है। इसके तहत हितग्राही ग्रामीण पशु पालकों और किसानों को उन्नत नस्ल वाले गाय, भैंस, बकरी एवं भेड़ें उपलब्ध कराई जाती हैं। इसके साथ ही पशु पालन हेतु शेड निर्माण, चारा आदि की व्यवस्था के लिए राशि भी स्वीकृत की जाती है।

पशु चिकित्सा विभाग बकावंड के पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ डॉ. पीएस देशमुख द्वारा ब्लॉक के कई ग्रामीणों के नाम पर इस योजना के तहत सन 2019-20 में प्रकरण तैयार करवाए गए थे। इसके साथ ही संबंधित हितग्राहियों और विभागीय अधिकारी के नाम पर जिला सहकारी बैंक शाखा में ज्वाइंट खाते खुलवाए गए थे। तब हितग्राहियों से कहा गया था कि खाते में योजना की राशि जमा हो जाएगी।

मगर आज तक किसी भी हितग्राही को रकम नहीं मिल पाई है। ऐसे ही एक पीड़ित हितग्राही बकावंड निवासी कमलेश कुमार कश्यप पिता तुलाराम कश्यप के नाम पर वर्ष 2019 -20 में विभागीय व्यक्ति मूलक योजना उन्नत मादा वत्स भरण पोषण योजना के तहत लगभग 17 हजार रुपए की राशि स्वीकृत हुई थी।राशि का भुगतान पशु चिकित्सा विभाग द्वारा किया जाना था, मगर पांच साल बीत जाने के बाद भी हितग्राही को राशि का भुगतान नहीं हुआ है। वहीं हितग्राही कमलेश कुमार ने बकावंड के पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ चिकित्सक डॉ. पीएस देशमुख पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना की राशि लेने हेतु जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित शाखा बकावंड में हितग्राही एवं विभागीय अधिकारी के नाम पर ज्वाइंट अकाउंट खुलवाया गया था। इस राशि के लिए बोलने पर अधिकारी पांच साल से चक्कर कटवाते आ रहे हैं। अधिकारी ab धौंस देने लगे हैं कि जहां जाना है जाओ, कहीं भी शिकायत कर लो। कमलेश का कहना है कि अन्य किसानों के साथ भी ऐसा ही धोखा हुआ है। कमलेश और अन्य पीड़ित किसानों ने पशु चिकित्सा सहायक शल्यज्ञ अधिकारी के कारनामे की जांच और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।


वर्सन
हितग्राही से बात कर लूंगा मैं सोमवार को प्रकरण देखकर हितग्राही से बात कर लूंगा। सब ठीक हो जाएगा।
– डॉ. पीएस देशमुख,
सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी, बकावंड