माओवादियों की लड़ाई में पुलिस ने मांझी व चालाकियों से मांगा अप्रत्यक्ष सहयोग

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जगदलपुर। वामपंथी उग्रवाद प्रभावित बस्तर संभाग माओवादी समस्याओं से जूझ रहा है और राज्य सरकार ने इस समस्या से निपटने के लिए एक कारगर रणनीति बनाई है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने प्रथम बस्तर प्रवास पर आए थे तो पत्रकारों को बताया कि माओवादियों के खिलाफ कार्रवाई में पीड़ित, आत्मसमर्पित नक्सलियों, शहादत हुए जवानों से बैठकर माओवादियों से लड़ने की नीति बनाई जाएगी। इसी तारतम्य में बस्तर रेंज पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी की पहल पर बस्तर पुलिस द्वारा”बस्तर ता माटा” कार्यक्रम के तहत कई कार्यक्रम आयोजित कर रहें हैं। इसी परिपेक्ष्य में पुलिस जनता की सुख-दु:ख में जुड़कर पुलिस के प्रति जनता के समक्ष छवि सुधारने के सकारात्मक परिणाम मिल रहा है और माओवादियों से लड़ाई में पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है।


बस्तर आईजी पी.सुंदरराज के बस्तर संभाग के मांझी एवं चालकियों के सम्मान कार्यक्रम में अपने-अपने परगना से संबंधित परिस्थिति को अवगत कराते हुये बस्तर संभाग के सातों जिलों में पुलिस एवं सुरक्षाबल द्वारा जनता के विश्वास अर्जित करने हेतु की जा रही सकारात्मक पहलुओं की सराहना की गई। पुलिस अधीक्षक बस्तर दीपक झा द्वारा समस्त मांझी एवं चालकियों को उपहार भेंटकर सम्मानित करते हुये सभी क्षेत्र की सुरक्षा एवं विकास कार्यों के प्रति सकारात्मक विचार एवं सुझाव देने हेतु आभार प्रकट किया गया।कुल मिलाकर पुलिस माओवादियों से लड़ने में अप्रत्यक्ष रूप से मांझी-चालकियों से अप्रत्यक्ष रूप से सहयोग मां ग रही है।