- राशि आहरण कर नहीं कराई नाली की सफाई
अर्जुन झा
बकावंड जनपद पंचायत बकावंड की ग्राम पंचायत छोटे जीराखाल में अव्यवस्था का आलम है। ग्रामीण तरह तरह की परेशानियों से जूझ रहे हैं और सरपंच, उप सरपंच तथा सचिव खूब मजे कर रहे हैं। नालियों का गंदा पानी ग्रामीणों के घरों में घुस रहा है। लोगों का खाना पीना हराम हो गया है।
चर्चा है कि नाली सफाई के नाम से पंचायत फंड से राशि आहरित कर ली गई है, लेकिन सफाई कार्य रत्ती भर भी नहीं कराया गया है। सरपंच, उप सरपंच और सचिव की उदासीनता एवं मनमानी का खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है। विदित हो की ग्राम पंचायत छोटे जीराखाल में नाली सफाई के नाम से लाखों रुपए आहरण करने के बाद भी नाली सफाई नहीं होने से इस बारिश में नाली का पानी घरों में घुस रहा है जिससे ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। इस मसले की शिकायत ग्रामीणों द्वारा बस्तर कलेक्टर व जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी बस्तर से भी की जा चुकी है। लेकिन शिकायत के बावजूद न नाली सफाई हुई न जिम्मेदार लोगों के खिलाफ किसी प्रकार की कार्रवाई की गई। प्रशासन की उदासीनता की वजह से ग्रामीण परेशान हो रहे हैं वहीं सरपंच, उप सरपंच और सचिव की मौज हो गई है। वे ग्राम पंचायत के माध्यम से कराए जाने वाले हर कार्य में जमकर चांदी काट रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि जीराखाल की नालियों में गंदगी व कचरा भर गया है। इस वजह से पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। बरसात के इस मौसम में नाली की गंदगी और बदबूदार गंदा पानी घरों में घुस रहा है और गलियों व सड़कों पर फैल रहा है। घरों में गंदगी घुस जाने से लोग चैन से भोजन नहीं कर पा रहे हैं। वहीं सड़कों व गलियों के गंदगी भर जाने से ग्रामीणों को आवागमन में मुश्किल हो रही है। दूसरी ओर चारों तरफ पसरी गंदगी और जल जमाव से मक्खी मच्छर पनप रहे हैं। मक्खियां घरों में भिनभिनाती रहती हैं, हर खाने पीने की चीज पर बैठकर उसे दूषित कर देती हैं। वहीं मच्छर रातभर सोने नहीं देते। मच्छर मक्खियों के बढ़ती संख्या के साथ ही उल्टी दस्त और मलेरिया जैसे रोगों की शिकायत भी छोटे जीराखाल में बढ़ने लगी है। ग्रामीणों ने कलेक्टर विजय दयाराम के. से ग्रामवासियों को इस संकट से मुक्ति दिलाने तथा सरपंच, उप सरपंच और सचिव के कारनामों की जांच कराकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।