इस्पात मंत्री स्पष्ट करें प्लांट नीलामी का जायजा लेने या मोदी की गारंटी पूरी करने आए हैं बस्तर :जावेद खान

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  •  विनिवेशीकरण की सूची में अब भी नगरनार इस्पात संयंत्र का है नाम

जगदलपुर केंद्रीय इस्पात मंत्री एवं भारी उद्योग मंत्री एचडी कुमार स्वामी के बस्तर प्रवास और नगरनार इस्पात संयंत्र के निरीक्षण को लेकर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता जावेद खान ने सवाल दागते हुए पूछा है कि बस्तर की जनता इस्पात मंत्री के बस्तर दौरे को लेकर चिंतित है और बड़ी उम्मीद भी लगाए बैठी है। बस्तर की जनता चिंतित इसलिए है कि क्या विनिवेशीकरण की तैयारियों का जायजा लेने इस्पात मंत्री बस्तर आए हैं? या फिर जो उम्मीद और वादा करके चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह गए थे कि नगरनार इस्पात संयंत्र बस्तर के लोगों का है और इसका निजीकरण नहीं किया जाएगा उस वादे को पूरा करने विनिवेशीकरण की सूची से नगरनार इस्पात संयंत्र का नाम हटाने वे बस्तर आए हैं? आज उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए क्योंकि बस्तर की जनता यह जानना चाहती है।

जावेद ने कहा कि बस्तर की जनता के अंदर भय और भ्रम का माहौल है। कुछ दिन पूर्व मीडिया के माध्यम से यह बात निकल कर आई थी कि इस्पात मंत्रालय नगरनार इस्पात संयंत्र के निजीकरण की तैयारी पूरी कर चुका है और प्लांट की 50.79 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। इसके लिए वह पीएमओ की हरी झंडी का इंतजार कर रहा है। जावेद ने कहा भाजपा मोदी की गारंटी देकर चुनाव में वोट बटोरती है और वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव में बस्तर की जनता ने मोदी की गारंटी पर भरोसा करके दोबारा केंद्र तथा छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है। ऐसे में यदि मोदी की गारंटी जो नगरनार इस्पात संयंत्र को लेकर है उसे पूरा नहीं किया गया तो यह कृत्य बस्तर की जनता के साथ भाजपा का सबसे बड़ा छल होगा। जावेद खान ने बस्तर सांसद महेश कश्यप से भी मांग करते हुए कहा है कि जब-जब कांग्रेस कहती है कि मोदी सरकार नगरनार इस्पात संयंत्र को बेचना चाहती है तो सांसद कहते हैं कांग्रेस भ्रम फैला रही है। आज सांसद बस्तर के पास एक सुनहरा अवसर है कि वे इस भ्रम को हमेशा के लिए खत्म करवाएं, केंद्रीय इस्पात मंत्री एचडी कुमार स्वामी से लिखित में नगरनार इस्पात संयंत्र के विनिवेशीकरण पर रोक लगाने का आदेश जारी करवाएं, विनिवेशीकरण की सूची से नगरनार स्टील प्लांट का नाम हटवाएं। जैसे विनिवेशीकरण की सूची से दुर्गापुर के एलाॅय प्लांट का नाम हटाया गया, इसी प्रकार नगरनार इस्पात संयंत्र का भी नाम उक्त सूची से पृथक करने का आदेश जारी करवाएं और इसे सार्वजनिक कर बस्तर की जनता के सामने लगातार खोते हुए विश्वास को दोबारा कायम करें। जावेद ने कहा कि बस्तर की जनता अब नगरनार इस्पात संयंत्र को लेकर किसी भी तरह के मौखिक आश्वासन से संतुष्ट नहीं होने वाली। बस्तर की जनता अब किए हुए चुनावी वादे को पूरा करने की मांग कर रही है। यदि बस्तर सांसद इस्पात मंत्री से लिखित में आदेश लेने असमर्थ होते हैं तो नगरनार इस्पात संयंत्र को लेकर कांग्रेस और बस्तर की जनता से माफी मांगते हुए इस मामले में अपनी व्यक्तिगत स्थिति स्पष्ट करें कि वो नगरनार संयंत्र को बेचने वालों की तरफ हैं या बचाने वाले बस्तरवासियों के साथ खड़े होंगे।