छत्तीसगढ़ के सभी आगंनबाड़ी केंद्र बंद रहेंगे 8 नवंबर को

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  • जिला मुख्यालयों में धरना प्रदर्शन, पीएम और सीएम के नाम सौंपेंगे ज्ञापन 

जगदलपुर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संयुक्त मंच की प्रांतीय बैठक में प्रदेशभर के आंगनबाड़ी केंद्रों को दीपावली के बाद 8 नवंबर को बंद रखकर आंदोलन करने का निर्णय लिया गया।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका संघ की अध्यक्ष रुक्मणि सज्जन ने कहा है कि कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को जीने लायक वेतन, पेंशन, ग्रेच्युटी, समूह बीमा योजना आदि सुविधाओं का लाभ देने और आंगनबाड़ी केंद्र संचालन में आ रही दिक्कतों को दूर करने की मांग को लेकर लंबे समय से संघर्षरत हैं। सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ ही तमाम तरह के दीगर कार्य भी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से करवाए जाते हैं। जबकि सचिव महिला एव बाल विकास का विभाग के सचिव ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से विभागीय कार्य के अलावा दूसरे कार्य न करवाने के आदेश दे रखे हैं। इसका भी पालन नही हो रहा है।

आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को स्वय सरकार कहती है मानसेवी हैं और ड्रेस नही पहनने पर मानदेय काटा जाता है। ड्रेस को ही पहचान बताना कहां तक सही है। जबकि ये स्वयं उस गांव की बेटी बहू हैं और उन्हें पूरा गांव जनता पहचानता है। वास्तव में ड्रेस की जरूरत तो सुपरवाईजरों के लिए है जो अलग अलग गांव के 20-25 केंद्रों में माह में कभी कभार जाती हैं। रुक्मणि सज्जन ने इस बात पर दुख जताया है कि विभागीय गतिविधियो के संचालन मे आ रही समस्याओं, शासन की मंशा के अनुरूप हर माह 5 तारीख तक मानदेय भुगतान, मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों को पूर्ण करने मे हो रहे भ्रष्टाचार, सहायिकाओं को रिक्त कार्यकर्ता पद पर पदोन्नति दी जाने, मोबाईल और नेट सुविधा और अपनी मूलभूत सुविधाओं की बात करने तथा अपने हक की आवाज को शासन प्रशासन तक पहुंचाने वाले संघ पदाधिकारियों को टारगेट कर उन्हें सेवा बर्खास्तगी की कार्रवाई की जाती है। इन मसलों को लेकर संयुक्त मंच ने विभाग के डायरेक्टर के साथ बैठक में चर्चा कर उन्हें ज्ञापन भी सौंपा था। लेकिन उसके कोई सार्थक परिणाम नही आने सेकार्यकर्ता सहायिकाएं क्षुब्ध हैं। सुमन यादव मंच पदाधिकारी की बहाली और सुपरवाईजरों के लिये भी ड्रेस कोड लागू करने तथा विभाग के अतर्गत एक स्थान पर तीन वर्ष से अधिक समय से पदस्थ अधिकारी कर्मचारियों के स्थानांतरण अन्यत्र करने की मांग को लेकर 8 नवंबर को प्रदेश के हर जिले में धरना प्रदर्शन काम बंद केंद्र बंद करने का निर्णय लिया गया है। संयुक्त मंच की बैठक में प्रांताध्यक्ष रूक्मणी सज्जन बस्तर, सरिता पाठक प्रांताध्यक्ष 409, हेमा भारती प्रगतिशील, कल्पना चंद, पार्वती यादव कबीरधाम, संतोषी वर्मा राजनांदगांव, पिंकी ठाकुर, लता तिवारी खैरागढ़, सुधा रात्रे महासमुंद, जयश्री राजपूत, आरपी शर्मा, सौरा यादव, विश्वजीत, देवेंद्र पटेल समेत संयुक्त मंच के प्रमुख घटक संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।