जिला अध्यक्ष भारतीय गौ रक्षा मंच नागेंद्र चौधरी ने बालोद जिले के पाटेश्वर धाम आश्रम में वन विभाग की कार्रवाई को अमानवीय करार देते कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा है कि जिस प्रकार नोटिस भेजा जा रहा है उससे साफ ज्ञात होता है कि यह दुर्भावनावश किया जा रहा है। पाटेश्वर धाम आश्रम वालोद जिला ही नहीं वरन पूरे देश में अपना एक अलग स्थान
रखता है। आज पाटेश्वर धाम में कौशल्या जन्मभूमि मंदिर का निर्माण हो रहा है जो पूरे विश्व में ख्याति अर्जित कर रही है। यहां संचालित होने वाला सीता रसोई आश्रम में दूर-दराज से आने वाले दर्शनार्थियों को भोजन प्रसादी प्रदान की जाती है। ऐसे ही अनेक रचनात्मक कार्य
आश्रम परिसर में संचालित किए जाते हैं। ऐसे पुण्य भूमि पर वन विभाग की कार्रवाई शोभा नहीं देती है। पाटेश्वर आश्रम में सन 1975 में पूज्य सदगुरुदेव श्री रामजानकीदास जी महात्यागी का आगमन हुआ था उस दिन से आश्रम अस्तित्व में है।
क्षेत्र के पुराने निवासियों द्वारा भी बताया जाता है कि आश्रम में गुरुदेव के आगमन से दैवीय कार्य और भी बढ़ा और रामायण व सनातन धर्म का प्रसार हुआ। आश्रम के पहाड़ पर स्थित पाटेश्वर बाबा सैकड़ों वर्षों से पूजे जाते रहे हैं, जहां वर्तमान में ग्रामीणों व भक्ते ने सीढ़ी बना कर आवागमन को सुगम बनाया। आज वर्तमान में आश्रम के संचालक रामवालकदास दास जी महात्यागी हैं जिनके द्वारा अमेकधार्मिक व जनहित के कार्य संचालितकिए जाते हैं।