हर साल अनुकरणीय महिला उपलब्धि हासिल करने वालों को सम्मानित करने की अपनी परंपरा को बनाए रखते हुए, एनएसएल के सखी क्लब ने सुश्री नैना सिंह धाकड़ को सम्मानित किया। ज्ञात हो के बस्तर की बेटी को एक युवा पर्वतारोही के रूप में उभर कर आने में और माउंट एवेरेस्ट पर पहुँचने में NMDC की भी भूमिका रही है।
श्रीमती एम सुजाता ने नैना का स्वागत करते हुए उन्हें सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा दायक मिसाल बताया। श्रीमती एम सुजाता ने कहा, ” नैना का जीवन यह सिखाता है के यदि हमारी इरादे मजबूत हों तो कोई भी बाधा हमें हमारे लक्ष्य से दूर नहीं कर सकती। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस हमें अपने आप को यह याद दिलाने का अवसर है कि हम एक संपूर्ण व्यक्तित्व है जिन में असीम शक्ति और क्षमता है।” उन्होंने कहा की “हमें अपनी पहचान को और मजबूत बनाते हुए अपने परिवार और समाज के उत्थान में योगदान देते हुए राष्ट्र के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।”
नैना ने सखियों संग अपने सफर की कठिनाइयों को साझा किया। उन्होंने स्मरण किया उस वक़्त का जब वह माउंट एवेरेस्ट फ़तेह करने चली थीं। नैना ने बताया, “तब कई लोगों ने कहा ‘यह लड़की है, यह एवेरेस्ट नहीं चढ़ पाएगी’, लेकिन हिम्मत और लगन से मैंने केवल दस दिन में एवेरेस्ट की चोटी पर क़दम रखा और जिसकी कल्पना भी करना मुश्किल था, मैंने महामहिम राष्ट्रपति से सम्मान पाया।” नैना ने सखी क्लब की सखियों से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों को अपने सपने पूरे करने की आजादी दें और साथ साथ अपने शारीरिक तथा मानसिक स्वास्थ का ख्याल रखें।
सखी क्लब, एनएसएल की सखियों ने मिलजुलकर कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन कर अंतर्राष्ट्रय महिला दिवस को और भी अस्मरणीय बनाया।
1. श्रीमती एम सुजाता, अध्यक्ष, सखी क्लब तथा सुश्री नैना सिंह धाकड़ दीप प्रज्वलित करते हुए।
2. श्रीमती एम सुजाता ने सुश्री नैना सिंह धाकड़ को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया