- एम्बुलेंस, दमकल एवम आपातकालीन सेवा के लिए वाहन नही पहुँच पा रहे – भूपेंद्र श्रीवास
- प्रधानमंत्री आवास के लिए ट्रांसपोर्ट मटेरियल के लिए दिक्कत हो रही है – मनोज दुबे नगर पालिका परिषद उपाध्यक्ष दल्ली राजहरा
- एसडीएम ने एकपक्षीय रेलवे के पक्ष में सुनाया फैसला, वार्डवासी नाराज विशाल मोटवानी पार्षद वार्ड क्रमांक 24 दल्ली राजहरा
दल्लीराजहरा – लौह अयस्क नगरी दल्लीराजहरा के नगर पालिका अध्यक्ष तोरणलाल साहू उपाध्यक्ष मनोज दुबे वार्ड क्रमांक 21 के पार्षद भूपेंद्र श्रीवास, वार्ड 24 पार्षद विशाल मोटवानी, व्यापारी संघ सहित पूरे वार्डवासियों ने रेलवे मंडल प्रबंधक रायपुर, स्थानीय एसड़ीएम और सांसद भोजराज नाग को पत्र सौप कर यह मांग रखी है कि रेलवे द्वारा नगर के वार्ड क्रमांक 26 एवम 21 के बीच मे स्थित रेलवे कालोनी पर स्थित रेलवे क्वार्टर को आर.पी.एफ बैरक में परिवर्ति कर दिया गया है जबकि यहां पहले रेलवे कर्मी परिवार समेत निवासरत थे तथा उनके क्वार्टर खाली करा कर बैरक बनाया गया है। वार्ड क्रमांक 26 रेलवे कालोनी से सटकर वार्ड क्रमांक 21 शास्त्री नगर में बैरक बनने से पहले रेलवे कालोनी से होकर ही शास्त्री नगर के लोगों के लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पताल, मार्केट, स्कूल कालेज जाने का पहुँचमार्ग था एवं रेलवे कर्मचारी एवं उनका परिवार भी शास्त्री नगर में बने छोटे छोटे दुकानदारों से खरीदी करते थे। सन 1958 से दल्लीराजहरा अस्तित्व में आया तबसे वार्ड क्रमांक 21 व 26 के लोग बिना किसी अप्रिय घटना के भाईचारे से अपना जीवन यापन कर रहे थे बावजूद इसके बैरक बनने से शास्त्री नगर के बीचों बीच दीवाल बना दी गई जिससे ट्रांसपोर्ट, आपातकालीन वाहन का आना जाना दुश्वार हो गया, पालतू पशु, जानवर यहां तक कि पूर्व में बच्चे कटीली तार में फस कर गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं।चूंकि वार्ड क्रमांक 21 में एक बहुत बड़ी जनसंख्या निवास करती हैं जिन्हें आपातकाल परिस्थिति में एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, शव वाहन जैसी गाड़ियों की आवश्यकता होती है, पर कटीले तार लगने की वजह से गली सकरी हो गई थी। जिसे अब दीवाल का रूप देकर आगे बढ़ाया जा रहा है। जिस कारण गाडियों का आवागमन अवरुद्ध हो गया है। जबसे बैरक बना है तबसे अब तक फोर्स के साथ आपसी सहयोग की भावना और भाईचारे के साथ निवास कर रहे हैं जिसके परिणामस्वरुप इस बैरक में अभी तक चोरी या किसी प्रकार की अन्य अप्रिय घटना घटित न होने के बावजूद रेलवे द्वारा अब सीमेंट का बाउंड्री वॉल बनाया जा रहा हैl
जिससे हमारे पास चलने तक की भी जगह नहीं मिल पाएगा ऐसे स्थिति में जीना मुश्किल हो जाएगा।सभी शास्त्री नगर वासियों का ध्यान रखते हुए मानवता के नाते बाउंड्री वॉल का निर्माण पर्याप्त दूरी पर करवाएं ताकि आपातकाल परिस्थिति पर एंबुलेंस, फायर ब्रिगेड, शव वाहन जैसी गाड़ियों को रास्ता मिलने के लिए रेलवे मंडल प्रबंधक, स्थानीय एसडीएम एवम पत्र दिया गया था। जिसमे स्थानीय एसडीएम नूतन सिंह कंवर ने एक पक्षीय फैसला देते हुए रेलवे विभाग को सहमति दी और उनके पक्ष में फैसला दिया, जिससे वार्डवासियों में बेहद निराशा है।
वार्डवासियों के लिए राजहरा व्यापारी संघ एवम छत्तीसगढ़ चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स ने भी उठाया था मुद्दा
छत्तीसगढ़ चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स दल्लीराजहरा इकाई एवम राजहरा व्यापारी संघ के सदस्यों के द्वारा पूर्व में रेल्वे महाप्रबंधक नीनू इटियेरा एवं सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी को पत्र सौप कर कहा था कि नगर के वार्ड 21 एवं 26 में रेल्वे कॉलोनी को तोडकर बैरक का निर्माण कराया गया है। इसके चारों तरफ कंटीले तारों का फेरा कराया गया है। जिसे हटाकर बाउंड्री वाल बनाने कहा गया था। जो कि शहर वासियों एवम पशुओं के लिये बहुत ही तकलीफदेह है। इसका चारों तरफ से दायरा 8 फीट कम करने की मांग की गई थी। जिसमे रेलवे महाप्रबंधक नीनू इटियेरा ने चेम्बर्स ऑफ कॉमर्स एवम राजहरा व्यापारी संघ के सदस्यों की बातों को गंभीरता से लेते हुए अपने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि कटीली तारो को लेकर बहुत जल्द सार्थक पहल की जाएगी, जिससे बेजुबान जानवर, क्षेत्र के रहवासियों को होने वाली परेशानियों को खत्म किया जा सके। परन्तु वर्तमान समय तक कोई सार्थक पहल नही निकाला गया, बाउंड्रीवाल बनाया जा रहा और तकलीफों का अंबार लगने लग गया।
बॉर्डर की भांति लगे तार की दूरी घटाने करनी पड़ी थी बहुत मशक्कत
रेलवे द्वारा बैरक के चारों ओर शास्त्री नगर के बीचोंबीच किसी दो देश के बॉर्डर के समान कंटीले तारों का घेरा बनाने के तुग़लकि फरमान के बाद उनके द्वारा शास्त्री नगर के मार्ग के बीच से घेरा लगाया जा रहा था, जिसे सीमित दूरी पर लगाने सभी वार्डवासियों ने मिल कर रेलवे अधिकारियों से कई बार चर्चा की और बहुत कोशिशों के बाद कंटीले तारों का घेरा सड़क से जरा सी दूरी में बनाया गया। और अब बाउंड्री वाल बनाया जा रहा है।
वार्ड में नहीं घुस पाएगी दमकल बड़ी गाड़ी और अग्निशमन वाहन
कंटीले तारों के बाद अब रेलवे ने उन तार की जगह बाउंडरी वाल खड़ा करने का एक और फरमान जारी कर दिया है, पहले ही कंटीले तारों से चोटिल और जगह न होने के कारण बच्चे खेल कूद नहीं पाते थे, अब उस जगह दीवार खड़ी कर दिए जाने से आपातकाल सुविधा जैसे एम्बुलेंस, शव वाहन, अग्निशमन वाहन एवम मुख्य रूप से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ट्रांसपोर्ट में आने वाले मटेरियल को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और अन्य वाहनों का आवागमन असंभव हो जाएगा। ऐसे में इस फरमान के खिलाफ वार्डवासियों में रोष व्याप्त है।
चोटिल गाय के उपचार एवं देखरेख के लिए अधिकारियों को बताया गया था
रेलवे बैरक में लगे कटीली तारो से चोटिल हुई गाय के उपचार एवं उसकी देखरेख के लिए रेलवे सीनियर डीसीएम अवधेश कुमार त्रिवेदी को पूर्व में अवगत कराया गया था उनके द्वारा अपने अधिकारियों को समय समय पर पशु सेवा के लिए आदेश किया गया था। परन्तु आरपीएफ अधिकारियों ने नाफरमानी जारी रखा है।
वार्ड क्रमांक 21 एवम 26 के बीच बने आरपीएफ बैरक के दीवाल को 8 फिट अंदर लेने, प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ट्रांसपोर्ट के लिए एवम वार्डवासियों के मूलभूत सुविधाओं को देखते हुए जनहित में अपना समर्थन दिया और कहा है कि रेलवे मंडल प्रबंधक रायपुर से मुलाकात कर सार्थक हल निकाला जाएगा।