- ग्राम पंचायत पोटियावंड में सरकारी धन की मची लूट
अर्जुन झा–
बकावंड मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और जनता को लाभ पहुंचाने के लिए सुशासन तिहार मना रही है, वहीं दूसरी ओर बकावंड विकासखंड में सरकारी धन की लूट का खुला खेल चल रहा है।
बकावंड विकासखंड की ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार आम बात है। विभिन्न कार्यों के नाम पर फर्जी भुगतान दिखाकर राशि हजम की जा रही है। 15वें वित्त बुनियादी अनुदान (मुक्त) मद की राशि में सबसे ज्यादा खेल चल रहा है। इस राशि का मनचाहा उपयोग या कहें दुरूपयोग किया जा रहा है। ताजा मामला विकासखंड की ग्राम पंचायत पोटियावंड से सामने आया है, जिसमें महज फरवरी माह में एवीएम फोटोकॉपी के नाम पर जगदलपुर के किसी इंजीनियर समाधान को 18 हजार 400 रुपए का फर्जी भुगतान शो किया गया है।भुगतान की वाउचर संख्या एक्सवीएफसी 2024- 25 पी/15 दिनांक 27 फरवरी 2025 है। फरवरी माह 28 दिन का था, उनमें से 8-9 दिन छुट्टियों वाले थे। बचे 29-20 दिनों में आखिर कितने सारे दस्तावेजों की फोटोकॉपी करा ली गई कि उसका बिल 18 हजार 400 रुपए का बन गया। आंकड़ों पर नजर डालें तो हर दिन औसत एक हजार रुपए फोटोकॉपी पर खर्च किए गए हैं। दूसरा बड़ा सवाल यह भी पैदा हो रहा है कि वो इंजीनियर समाधान जगदलपुर आखिर है कौन जिसे भुगतान किया गया है, उसका पता है न ठिकाना। कहा जा रहा है कि यह खेल ग्राम पंचायत के सचिव ने किया है। सचिव पर पंचायत के अन्य कार्यों में भी भ्रष्टाचार करने के आरोप हैं। वहीं पंचायत सचिव संतोष सेठिया का कहना है कि उन्हें इस भुगतान के बारे में कोई जानकारी ही नहीं है