- नगर के ह्रदयस्थल पर पौधरोपण कार्यक्रम में शामिल हुए बस्तर सांसद
- पौधरोपण के साथ पौधों का संरक्षण भी जरूरी
जगदलपुर शहर के प्रताप देव वार्ड-11 में इंद्रावती बचाओ अभियान समिति के सहयोग से आज आयोजित ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान कार्यक्रम में शामिल होकर बस्तर सांसद श्री महेश कश्यप ने वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया है।
शहरवासियों के साथ बस्तर सांसद श्री कश्यप ने वार्ड में स्थित जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के समीप पौधरोपण कर संरक्षण का संकल्प लिया। सांसद ने कहा कि मां के प्रति श्रद्धा और प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी दोनों का ये सुंदर संगम हमारे बस्तर की धरोहर, नदियां, जंगल और जलवायु को संजोने की शानदार पहल है। जगदलपुर वन मंडल द्वारा यह शहर के हृदय स्थल प्रताप देव वार्ड में स्थित कंक्रीट वाले क्षेत्रों पर पौधारोपण किया जा रहा है। यह पहला प्रयास है जहां पर कंक्रीट को हटाकर विभिन्न प्रकार के फलदार एवं फूलदार पौधे रोपण किए जा रहे हैं। इस अवसर पर इंद्रावती बचाओ अभियान के सदस्य इस मुहिम में शामिल हैं। संपत झा, शिरीष मिश्रा, सूरज मिश्रा, पार्षद उमा मिश्रा, वन मंडलाधिकारी उत्तम गुप्ता, उप वन मंडलाधिकारी चित्रकूट योगेश रात्रे, वन परिक्षेत्र अधिकारी देवेंद्र वर्मा, जयराज पात्र, गोपाल नाग, कृष्णा दुबे, सत्यजीत भट्ट, शशांक श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में वार्डवासी उपस्थित रहे। सभी ने पौधे रोपे।
पर्यावरण संरक्षण सबकी जिम्मेदारी
सांसद महेश कश्यप ने समरोह को संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी विशेष अवसर पर कम से कम एक पौधा जरूर लगाएं। सिर्फ विश्व पर्यावरण दिवस पर ही नहीं बल्कि शुभ अवसरों पर भी पौधरोपण जरूर करें और उसके संरक्षण का कार्य भी करें। पेड़-पौधों का भी अपना परिवार है। इनकी रक्षा करना हमारा दायित्व है। मौजूदा दौर में पौधरोपण की अधिकाधिक जरूरत महसूस की जा रही है। पौधरोपण के जरिए ही हम पर्यावरण की रक्षा कर सकते हैं। इसी से पर्यावरण की शुद्धि बनी रह सकेगी।
जन्मदिन, विवाह वर्षगांठ पर लगाएं पौधे
कश्यप ने कहा कि किसी विशेष अवसर जैसे अपने जन्मदिन, शादी की वर्षगांठ, दिवंगत पुरखों की पुण्यतिथि आदि पर भी पौधरोपण कर सकते हैं। इस समय हमारा पर्यावरण दूषित हो रहा है। यदि हमने पौधे नहीं लगाए व उनका ध्यान नहीं रखा तो आने वाले समय में हमें आक्सीजन की कमी एवं अनेक बीमारियों से ग्रसित होना पड़ेगा। इस मुहिम में सभी क्षेत्रवासियों को बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेकर वातावरण को शुद्ध रखने के लिए सहयोग प्रदान करना होगा।