कृषि संशोधन बिल 2020 के समर्थन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे पूर्व सांसद अभिषेक सिंह

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बालोद – केंद्र की मोदी सरकार द्वारा कृषि संशोधन विधेयक बिल 2020 पर प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से चर्चा हेतु राजनांदगांव के पूर्व सांसद अभिषेक सिंह भाजपा जिला कार्यालय पहुंचे जहां प्रेस वार्ता में उन्होंने कृषि संशोधन बिल पर अपने विचार रखते हुए कहा कि यह बिल किसानों के भविष्य से जुड़ा है किसान की उन्नति तरक्की और बेहतरी के लिए यह तीन बिल देश की विभिन्न पार्टियों के समर्थन से लोकसभा एवं राज्यसभा में पास हुआ है मुख्य रूप से दो विषय आज चर्चा में है एपीएमसी एक्ट और एमएसपी भारत में एमएसपी अंग्रेजों के शासन काल में ब्रिटेन इंग्लैंड को काटन की आवश्यकता होती थी भारत के सस्ते दाम पर खरीदने के लिए अंग्रेजों द्वारा एपीएमसी एक्ट लाया गया था एमएसपी अंग्रेजों से पहले अलाउद्दीन खिलजी के शासन में उनके सैनिक को अनाज खरीदने हेतु प्राइस कंट्रोल कंपैरिजन लागू हुआ आजादी के बाद 1960 में सत्ता की अस्थिरता थी 3 प्रधानमंत्री बदले गए देश में खाद्यान्न की भारी कमी से जूझ रहा था भुखमरी से अकाल से बंगाल आदि प्रदेशों में लोग मर रहे थे अनाज के लिए दूसरे देश पर निर्भर थे जहाजों में भरकर खाद्यान्न लाया जाता था |

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इससे उबरने के लिए कृषि के क्षेत्र में सुधार को लेकर विषय एक्सपर्ट से राय लेकर हरित क्रांति के लिए प्रयास किया गया खिलजी के नियमों को हटाकर एमएसपी लाया गया किसानों को पानी बिजली उर्वरक कीटनाशक आदि कम दामों पर उपलब्ध कराए गए जिसका अधिक लाभ पंजाब हरियाणा जैसे उपजाऊ प्रदेशों को हुआ भंडारण को लेकर पंजाब हरियाणा से गेहूं चावल के दोनों फसलों में एपीएमसी मंडी की व्यवस्था का लाभ मिला कांग्रेस के शासनकाल मे सरकारी व्यवस्था पर कहते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में किसानों को केवल 300 करोड़ रुपए ऋण मिलता था वह भी 18% ब्याज पर पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लगभग 3000 करोड़ रुपए ऋण उपलब्ध कराया वह भी 0% ब्याज पर भाजपा की सरकार ने देश किसानों के हित में रोल मॉडल का काम किया केंद्र और राज्य को मिलाकर कुछ आमूल चुक परिवर्तन कर किसानों को उन्नति की राह पर लाया किसानों को मंडी टैक्स खड़ा किया बिचौलियों के कमीशन के चक्कर में पिस रहे थे उदाहरण के तौर पर अकेले पंजाब में 3% मंडी कमीशन 3% सरकार का टैक्स व ढाई प्रतिशत अढतियो को मिलाकर 8.5 प्रतिशत का नुकसान किसानों को होता था यह बिल इससे मुक्ति दिलाकर वन नेशन वन मार्केट के रूप में लाया गया एक जानकारी के अनुसार किसानों को 100% उत्पादन को बेचने तक 33% का नुकसान हो जाता है |

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इससे उबरने के लिए कृषि के क्षेत्र में सुधार को लेकर विषय एक्सपर्ट से राय लेकर हरित क्रांति के लिए प्रयास किया गया खिलजी के नियमों को हटाकर एमएसपी लाया गया किसानों को पानी बिजली उर्वरक कीटनाशक आदि कम दामों पर उपलब्ध कराए गए जिसका अधिक लाभ पंजाब हरियाणा जैसे उपजाऊ प्रदेशों को हुआ भंडारण को लेकर पंजाब हरियाणा से गेहूं चावल के दोनों फसलों में एपीएमसी मंडी की व्यवस्था का लाभ मिला कांग्रेस के शासनकाल मे सरकारी व्यवस्था पर कहते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ प्रदेश में किसानों को केवल 300 करोड़ रुपए ऋण मिलता था वह भी 18% ब्याज पर पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने लगभग 3000 करोड़ रुपए ऋण उपलब्ध कराया वह भी 0% ब्याज पर भाजपा की सरकार ने देश किसानों के हित में रोल मॉडल का काम किया केंद्र और राज्य को मिलाकर कुछ आमूल चुक परिवर्तन कर किसानों को उन्नति की राह पर लाया किसानों को मंडी टैक्स खड़ा किया बिचौलियों के कमीशन के चक्कर में पिस रहे थे उदाहरण के तौर पर अकेले पंजाब में 3% मंडी कमीशन 3% सरकार का टैक्स व ढाई प्रतिशत अढतियो को मिलाकर 8.5 प्रतिशत का नुकसान किसानों को होता था यह बिल इससे मुक्ति दिलाकर वन नेशन वन मार्केट के रूप में लाया गया एक जानकारी के अनुसार किसानों को 100% उत्पादन को बेचने तक 33% का नुकसान हो जाता है |

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कांग्रेस के विरोध पर कटाक्ष करते हुए कहां की 2010 में शरद पवार जी यूपीए के शासनकाल में एपीएमसी में बदलाव की आवश्यकता पर जोर देते रहे 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में यह कृषि बिल लाने की बात कहते थे उनका विरोध करना एक अचरज की बात है वर्षों से कांग्रेश लिखित रूप से इस पर काम कर रही है किंतु आज राजनीतिकरण के लिए इसका विरोध कर रही है कांग्रेस पार्टी यह भ्रम फैला रही थी कि एमएसपी बंद हो जाएगा मोदी जी ने अनेकों बार स्पष्ट रूप से कहा है कि एमएसपी पर खरीदी जारी रहेगी किसानों में यह भ्रम फैलाया जा रहा है कि मंडी का प्राइवेट करण किया जा रहा है जिससे सरकारी मंडी बंद हो जाएगी किंतु मोदी जी के इस बिल से जहां सबसे अच्छा दाम मिले वहां अपना उत्पादन बेचने की आजादी किसानों को दी है यह अफवाह फैलाया जा रहा है कि किसानों को कीमत का निर्धारण नहीं कर पाएंगे किंतु यह स्पष्ट है कि किसान स्वतंत्र है वह कांट्रैक्ट में अपना दाम स्वयं तय करेगा सामूहिक व लाभदायक खेती के लिए प्रयास किया जा रहा है |

यूपीए के शासनकाल में 2009 से 2014 तक एमएसपी पर 3.74 लाख करोड़ टन की खरीदी की गई वहीं एनडीए के शासनकाल में आठ लाख करोड़ एमएसपी पर खरीदी की गई कांग्रेस द्वारा 1.29 मिट्रिक टन दाल की खरीदी गई जबकि बीजेपी के द्वारा 112 लाख मैट्रिक टन दाल की खरीदी की गई भ्रम और झूठ का जाल फैलाकर विरोधी पार्टियां राजनीतिक लाभ लेने का प्रयास कर रही है एवं भीड़ का सहारा लेकर देश विरोधी ताकतें देश को तोड़ने के लिए अपना एजेंडा पूरा कराना चाह रही है किंतु देश विरोधी ताकतों के साथ देश की जनता नहीं है नरेंद्र मोदी जी के देश के प्रति निष्ठा और कार्यों को आम जनता देख रही है जनता मोदी जी के साथ खड़ी है |

इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद जिले के नेताओं व कार्यकर्ताओं से सौजन्य भेंट व चर्चा किया गया संगठन के कार्य पर चर्चा हुई प्रमुख रूप से प्रदेश मंत्री राकेश यादव जिला अध्यक्ष कृष्णकांत पवार पूर्व विधायक प्रीतम साहू राजेंद्र राय महामंत्री प्रमोद जैन किशोरी साहू कोषाध्यक्ष सुदेश सिंह वरिष्ठ नेता पवन साहू छगन देशमुख नंदकिशोर शर्मा होरीलाल रावटे अश्वनी यादव नरेश यदु संध्या भारद्वाज राकेश छोटू यादव त्रिलोकी साहू ठाकुर राम चंद्राकर अनीता कॉमेटि शरद ठाकुर नरेश साहू कीर्तिका साहू प्रेम साहू सुरेश निर्मलकर कौशल साहू रुपेश सिन्हा लोकेश श्रीवास्तव राजीव शर्मा खिलेश्वरी साहू प्राची लालवानी अमित चोपड़ा कमलेश सोनी सुरेंद्र देशमुख टोमन साहू धर्मेन्द्र गडियोक सौरभ लुनिया संजय साहू गजेंद्र यादव अबरार सिद्दीकी तोमन साहू विश्वास दारासिंह भैसार्य गिरजेश गुप्ता अमित दुबे प्रशांत भारद्वाज तेजराम साहू राजेश दीवान योगेंद्र सिंह विक्रम लालवानी आदि उपस्थित रहे कार्यक्रम के पश्चात सभी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भाजपा के पूर्व विधायक स्वर्गीय लाल महेंद्र सिंह टेकाम पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष बालोद के ससुर लिला शर्मा के ससुर स्वर्गीय सोमेश शर्मा लाटाबोर्ड के युवा कार्यकर्ता सतीश साहू को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया