दल्लीराजहरा – अवगत हो कि वार्ड क्रमांक 22 में बाजार के मध्य विगत लगभग 35 वर्षों से शिवलिंग व मंदिर स्थापित था, जिसमे लगभग 29 वर्ष पूर्व श्री गुरुघासीदास जी की जयंती मनाने के लिए वार्ड और मोहल्ले वासियों से चर्चा कर जैतखाम बनाने एवं 2 कमरों के भवन के लिए चर्चा कर अनुमति मांगी गई जिसे समस्त मोहल्ले वासियों ने सहजता से स्वीकार कर जैतखाम और शिवलिंगा कि पूजा चलती रही, किन्तु 11 वर्ष पूर्व ही शिव मंदिर को घेर कर
मोहल्ले वसियो को पूजा से वंचित रखा गया और पूरे मैदान को कब्जा कर निस्तारण हेतु कुएं को भी पाट दिया गया..! यहां तक तो सब ठीक था किंतु कुछ दिनों पूर्व ही उक्त स्थान से मंदिर और शिवलिंगा को श्री गुरु घासीदास जी समिति वार्ड क्रमांक 22 द्वारा शिवलिंगा और मंदिर को तोड़कर अन्यत्र गुप्त रूप से फेंक दिया गया जिससे हमारे आस्था और मान्यता को पीडा और दुःख हुआ है |
विशेष
1-: हमारे वार्ड क्रमांक 22 में मोहल्ले मैदान पर श्री गुरु घासीदास जी मंदिर और जैतखाम बना इसका हम स्वागत करते हैं ये हमारे लिए हर्ष का विषय था..!
2-: हमारे शिव मंदिर से हमे विगत 11 वर्षों तक पूजा पाठ से वंचित रखा गया हम सहन कर गए..!
3-: मोहल्ले में 1 मात्र बच्चो के लिए खेलने वाले जगह को समिति के द्वारा कब्जा लिया हम सहन कर गए चुप थे..!
4-: मैदान के किनारे मोहलले के निस्तारी हेतु सार्वजनिक सहयोग से बनाया गया कुँवा पाट दिया गया हम सहन कर गए और आपसी भाईचारा के लिए चुप थे..!
5-: उक्त मैदान में मोहल्ले भर के निवासियों का सार्वजनिक और व्यक्तिगत सुख दुःख का कार्य होता था, उस मैदान को कब्जा लिया गया, आपसी भाईचारा के लिए हम सहन कर गए चुप थे..!
6-: उक्त मैदान में होलिका दहन, कृष्ण जन्माष्टमी और अन्य तीज त्योहार के कार्यक्रम होते थे, जिन उत्सवों को हमे करने से रोका गया भाईचारा के लिए हम सहन कर गए चुप थे..!
7-: उक्त स्थान पर हमारे बच्चो के खेलने का मैदान था छीन लिया गया हम सहन कर लिए हम चुप थे..!
8-: सार्वजनिक उपयोग के नाम पर निःशुल्क में मोहल्ले वासियों को देने के नाम पर म
बनाकर हमसे अधिकतम किराया वसूलने लगे हम चुप थे..!
9-: उक्त शिवलिंगा और मंदिर की जगह को व्यावसायिक परिसर दुकान बनाकर, मोहल्ले वसियो से ही किराया वसूला जा रहा हैं, हम आपसी सद्भाव के कारण वह भी सहन करते रहे..!
10 -: उक्त स्थान पर सांसद निधि से वार्ड क्रमांक 22 हेतु सार्वजनिक कला मंच बनाया गया, जिसे समिति के अध्यक्ष द्वारा अपना अधिकार बताकर बड़ा बाउंड्री वाल 8 फिट बना किला नुमा बनाकर बच्चो का प्रवेश वर्जित कर दिया गया तथा बगल से जाने वाले रास्ते को *1 फिट कब्जा लिया गया जिससे 8 फिट का रास्ता 7 फिट का रह गया जिससे आपातकाल में ambulance और छोटी कार भी नही जा सकता.!सद्भावना और भाईचारा के लिए हम चुप रहे और सब सहन कर गए..!
11 -: उक्त स्थान को मोहल्ले वासियों ने कार्यक्रम हेतु किराए पर मांगने पर भी मोहल्ले वसियो को नही दिया जा रहा है, और मोहल्लेवसियो से (अछूत) जानकर हमसे कब्जा मैदान में छुआछूत जैसे व्यवहार किया जा रहा है..!
12-: अंततः लगभग 40 वार्ड पुराने हमारे आस्था के केंद्र हमारे आराध्य भोलेनाथ के शिवलिंगा मंदिर को तोड़ दिया गया सबूत मिटाने का प्रयास किया गया.
पर सत्य छिपता नही है, मंदिर का निर्माण करने वाले, कुएं का निर्माण करने वाले लोग अभी भी जीवित हैं जो कानूनी लड़ाई के लिए तैयार हैं, अतिक्रमण करने वाले अध्यक्ष और धर्म के नाम पर भूमि कब्जा करने वाले भूमाफियाओं को हम छोड़ेंगे नही पूरा अंत तक लड़ाई लड़ेंगे, अति का अंत निकट है…!