भारतीय मजदूर संघ द्वारा आईओसीएल प्लांट राजहरा में ठेकेदार द्वारा कार्यरत ठेका कर्मियों को शर्तों के विरुद्ध कार्य करने व परेशांन किये जाने को लेकर अनुविभागीय दंडाधिकारी को ज्ञापन

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भारतीय मजदूर संघ के जिला मंत्री मुश्ताक अहमद ने अनुविभागीय दंडाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर आईओसीएल प्लांट राजहरा में ठेकेदार एवं मैनेजर मार्केटिंग नरसिम्हा हेमंत गर्लापति द्वारा ठेका शर्तों के विरुद्ध कार्य करते हुए कार्यरत ठेका कर्मियों को परेशांन करने और अष्टाचार करने के प्रयास की जानकारी दी जिला मंत्री मुश्ताक ने बताया कि IOCL प्लांट दल्ली राजहरा में M/s C.D.O. Securities & Public Helpline Service द्वारा 06 गार्ड सप्लाई करने

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के कार्य को निविदा पर किया जा रहा है। उक्त ठेके के नियमानुसार उक्त कार्य हेतु 05 कर्मियों को ही रखना है। उक्त ठेका विगत कई वर्षों से चल रहा है। महोदय, वर्तमान में इस ठेके में 06 कर्मी कार्यरत हैं जो कि IOCL में जब से उक्त कार्य शुरू हुआ है तब से कार्यरत हैं। कुछ माह पूर्व इन कर्मियों ने संघ के समक्ष लिखित शिकायत की थी कि ठेकेदार द्वारा उनके बैंक खाते में पूर्ण वेतन डाला जाता है किन्तु उसके उपरांत उनसे रूपए 6000/- प्रतिमाह वापस ले लिया जाता है और विरोध करने पर नौकरी से निकलने की धमकी दी जाती है |

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इस सम्बन्ध में जब संघ ने IOCL के स्थानीय मार्केटिंग मैनेजर श्री नरसिम्हा हेमंत गार्लपति से चर्चा की तो उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हो रहा है तो ये गलत है और इसके लिए केवल और केवल ठेकेदार ही जिम्मेदार है। तब संघ ने इस सन्दर्भ में ठेकेदार को पत्र लिखा एवं पूरे मामले पर चर्चा करते हुए समस्या के समाधान हेतु प्रयास किया किन्तु ठेकेदार की हठधर्मिता के कारण समस्या का कोई समुचित समाधान नहीं निकला। और तो और ठेकेदार ने संघ द्वारा

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समाधान हेतु की गयी चर्चा के उपरांत कार्यरत कर्मियों को नौकरी से निकालने का प्रयास किया और समी कर्मियों को टर्मिनेशन पत्र भेज दिया। इस सम्बन्ध में संघ ने आपके समक्ष पत्र क्रमांक- मा.म.सं/ख.म.सं/राज/CDO 04/2020/61, दिनांक 31/08/2020 के माध्यम से विस्तृत जानकारी भी दी थी जिसके बाद ठेकेदार ने कर्मियों को काम से तो नहीं निकाला लेकिन उन्हें तरह तरह से परेशान करना शुरू कर दिया जिसका संघ ने समय समय पर विरोध करते हुए ठेकेदार के अवैधानिक चालों को निष्प्रभावी किया ।

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संघ के इन प्रयासों के वजह से ठेकेदार एवं IOCL के मार्केटिंग मैनेजर श्री नरसिम्हा हेमंत गार्लपति की  अवैधानिक कमाई बंद हो गयी जिससे परेशान होकर ठेकेदार एवं IOCL के स्थानीय मार्केटिंग मैनेजर श्री नरसिम्हा हेमंत गार्लपति ने आपस में मिलकर एक और नए कर्मी की भर्ती  कर ली और पूर्व से कार्यरत कर्मियों को कम दिनों की ड्यूटी देने का प्रयास करना शूर कर दिया है। महोदय, ठेकेदार और IOCL के मैनेजर श्री नरसिम्हा हेमंत गर्लापति की इस मिलीभगत को संघ पुरजोर विधि करते है और इसे रूप से भ्रष्ट कमाई करने का रास्ता मानता यह सोचने की बात है और फिर जब ठेका स्पष्ट रूप से 05 कर्मियों का है और शुरू से ही जब ठेके में 06 कर्मी कार्यरत है और कार्य सुचारु रूप से संपन्न हो रहा है तब एक नए कर्मी की भर्ती करते हुए पूर्व से कार्यरत कर्मियों को महीने में 25-26 कार्यदिवस का कार्य न देकर उसमे कमी करना और नए भर्ती किये गए कर्मी को उनके जगह कार्य पर भेजना ठेकेदार एवं IOCL के मार्केटिंग मैनेजर नरसिम्हा हेमंत गार्लपति की सोची समझी षड्यंत्र है और कर्मियों को परेशान करने का घृणित कार्य है, क्योंकि संघ के प्रयास से ठेकेदार एवं IOCL के मार्केटिंग मैनेजर नरसिम्हा हेमंत गार्लपति की काली कमाई बंद हो गयी है जिससे ये लोग परेशान होकर इस तरह का घृणित कार्य कर रहे है। जो कि बहुत ही शर्मनाक है उपरोक्त तथ्यों के आधार पर संघ आपसे निवेदन करता है कि ठेकेदार एवं IOCL के मार्केटिंग मैनेजर नरसिम्हा हेमंत गापति द्वारा ठेका नियम के विरुद्ध जाकर किये जा रहे इस कार्य पर तत्काल विराम लगाया जावे अन्यथा कार्यस्थल पर औद्योगिक सौहार्द के बिगड़ने की पूर्ण सम्भावना है। अगर ठेकेदार एवं IOCL के मार्केटिंग मैनेजर द्वारा नए कर्मी की नियुक्ति के एवज में पूर्व से कार्यरत कर्मियों को पूरे माह कार्य नहीं मिलता है और उनके हाजिरी में कमी करते हुए नए कर्मी को कार्य पर रखा जाता है तो इसके विरोध में संघ द्वारा कड़े कदम उठाये जावेंगे जिससे होने वाले किसी भी नुकसान के लिए ठेकेदार एवं IOCL के मार्केटिंग मैनेजर नरसिम्हा हेमंत गापति ही जिम्मेदार होंगे।

आईओसीएल में चल रहे सभी ठेकों ईस तरह की गड़बड़ी की जा रही है श्रमिकों का बीना सीपीएफ जमा किये और बीना बैंक भुगतान के कार्य कराया जा रहा है,और बिना किसी रोक-टोक के ठेकेदार का भुगतान किया जा रहा है जो कि स्थानीय प्रबंधन द्वारा किए जा रहे खुलेआम  भ्रष्टाचार की पोल खोलता है