9 जनवरी को डायरेक्टर इन्चार्ज भिलाई इस्पात संयंत्र के एक दिवसीय माइंस दौरे के दौरान हुई बैठक में सीटू प्रतिनिधि मंडल ने खदान कर्मचारियों से संबंधित 12 सूत्रीय माँग पत्र सौंपा और माँगो पर विस्तार से चर्चा की ।
वेतन समझौता जल्द करने । ई एल इनकेशमेंट पर लगाई गई 170 दिनों की लिमिट हटाने।एफ एल इनकेशमेंट चालू करने । माइंस हास्पिटल की हालत सुधारने । माइंस कर्मचारियों को चिकित्सा व शिक्षा भत्ता देने ।भिलाई टाउनशिप मे माइंस कर्मचारियों को आवास आबंटित करने । कर्मचारियों के लिए फास्ट प्रमोशन पालिसी लागू करने ।डी रिजर्वेशन की समस्या का निराकरण करने ।माइंस मे रिवार्ड स्कीम स्थाई रुप से लागू करने । कोरोना से मृत्यु पर 50 लाख का बीमा व अनुकंपा नियुक्ति देने । ठेका श्रमिकों का भी वेतन समझौता एनजेसीएस मे
करने तथा सभी ठेकों मे वेतन भत्ता मे समानता लाने की मांग रखते हुए यूनियन प्रतिनिधि पुरषोत्तम सिमैया व ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कोरोना के भीषण प्रकोप के दौरान भी माइंस के नियमित व ठेका कर्मियों ने भरपूर उत्पादन किया है ।इसी दौरान कंपनी लाभ की स्थिति मे भी आई है ।इसलिए अब प्रबंधन वेज रिवीजन पर हीलाहवाली बंद करे और मीटिंग मे सीधे मुद्दे पर बात होनी चाहिए ।ई एल इनकेशमेंट के वर्तमान नियम कर्मचारियों को मंजूर नहीं हैं । माइंस हास्पिटल की बदतर हालत पर भी डायरेक्टर इन्चार्ज का ध्यान आकर्षित करते हुए
सुधार की मांग की गई है ।लंबे समय से माइंस हास्पिटल की बदतर हालत व शिक्षा के लिए कोचिंग आदि की सुविधा न होने के कारण ,माइंस कर्मचारियों को चिकित्सा व शिक्षा भत्ता देने की माँग की गई है ।डायरेक्टर इन्चार्ज ने सभी माँगो पर विस्तार से चर्चा कर आश्वस्त किया कि सभी मुद्दों को जल्द से जल्द सकारात्मक परिणाम निकाला जायेगा ।उन्होने स्पष्ट रूप से कहा कि वेज रिवीजन और पेंशन के मुद्दे को जल्द से जल्द निराकरण करने के लिए प्रबंधन बहुत गंभीर है । ज्ञानेंद्र सिंह कार्यकारी अध्यक्ष सीटू राजहरा।