जगदलपुर। भारतीय जनता पार्टी शासन काल में लोकनिर्माण विभाग द्वारा लगभग 20 किलोमीटर सड़क निर्माण आड़ावाल-मारेंगा के बीच किया गया था और भ्रष्टाचार इतनी चरम पर थी कि कांग्रेस-जोगी कांग्रेस ने अलग-अलग मोर्चा बना कर लड़ाई लड़ी किंतु किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। इस मामले में जोगी कांग्रेस के नेता नवनीत चांद व नरेंद्र भवानी अभी भी राजनीतिक रोटियां सेंकने में लगे हैं। इस मामले में कथित तौर पर पीडब्ल्यूडी के तत्तकालीन अधिकारी गुरु से चांद व भवानी ने राशि भी ले लिए और मामला छोटे जोगी अमीत जोगी तक पहुंचा और उन्होंने इन्हें लताड़ लगाई। इसके बाद विधानसभा चुनाव हुए और सत्ता पलटी तथा कांग्रेस पार्टी ने जगदलपुर विधानसभा में विजयश्री हासिल किया और तत्कालीन विधायक संतोष बाफना को सार्वजनिक तौर पर इस सड़क को कलंक माना।
इस सड़क को लेकर संसदीय सचिव व विधायक रेखचंद जैन ने विधानसभा तक दरवाजे खटखटाया किंतु यह मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बस्तर कलेक्टर रजत बंसल इस सड़क को सुधारने के लिए लोकनिर्माण विभाग को निर्देश दिए तो जोगी कांग्रेस के अध्यक्ष नरेंद्र भवानी के कथित गुरु नवनीत चांद जोकि अब बस्तर संयुक्त मोर्चा के नाम पर राजनीति कर रहें हैं। दोनों के बीच नुराकुश्ती चल रही है जिसको लेकर तरह-तरह की अफवाहों का बाजार गर्म है। इस सड़क का लाभ जनता को नहीं मिला किन्तु राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने जमकर चांदी काटी फिर भी सड़क जस की तस है और स्वार्थ सिद्धि के लिए कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर वाहवाही लूटने का काम किया जा रहा है।