जगदलपुर। छत्तीसगढ़ एवं केंद्र सरकार द्वारा माओवादियों का छत्तीसगढ़ से समूल नाश करने के लिए लगातार अभियान चला रहे हैं। इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र सीमावर्ती में जिला नारायणपुर-कांकेर एवं गढ़चिरौली के सरहदी क्षेत्र में विगत 3 दिनों से “ऑपरेशन संगम” चलाया गया। सरहदी क्षेत्र में अभियान के दौरान अलग-अलग क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई। सुरक्षाबलों ने 07 माओवादी कैम्प ध्वस्त किया गया। माओवादी कैम्प से भारी मात्रा में नक्सल सामाग्री, विस्फोटक पदार्थ, कैम्प सामाग्री बरामद की गई। उक्त मुठभेड़ में कुछ माओवादियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना है।
भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी एवं बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी सुंदर राज ने बताया कि विगत दिनों छत्तीसगढ़-महाराष्ट्र के सीमावर्ती जिला नारायणपुर-कांकेर एवं गढ़चिरौली के सरहदी क्षेत्र में नक्सलियों की उपस्थिति की आसूचना पर जिला नारायणपुर एवं कांकेर डिस्टिक रिजर्व गार्ड, केंद्र रिजर्व पुलिस बल , बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स व आईटीबीपी की संयुक्त अभियान अंतर्गत अलग-अलग टीम सर्चिंग पर रवाना की गई थी। *सर्चिंग के दौरान ग्राम बरमटोला, कुदुलपाड़, कुम्मचलमेटा, टेकमेटा और कुकुर गांव के जंगल-पहाड़ी में माओवादियों के कैम्प दिखाई देने पर चारो तरफ से घेराबंदी करके आगे बढ़ रहे थे कि माओवादियों द्वारा पुलिस पार्टी को जान से मारने व हथियार लूटने के नीयत से फायरिंग करने लगे। इस दौरान पुलिस पार्टी को अपने ओर आते देखकर माओवादियों द्वारा अपना डेरा छोड़कर जंगल पहाड़ी का फायदा उठाकर भागने लगे।माओवादियों के डेरा की सर्चिंग के दौरान कैम्प से विस्फोटक पदार्थ, टिफिन बम, पाईप बम, वायर, नक्सली वर्दी, दवाईयां, नक्सली साहित्य, बैनर, पोस्टर, पिट्ठू, प्रशिक्षण सामान, बर्तन एवं अन्य कैम्प व दैनिक उपयोगी भारी मात्रा में सामग्री बरामद की गई तथा मौके पर माओवादी की 07 कैम्प को ध्वस्त किया गया। पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज ने आगे बताया कि पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में कुछ माओवादियों के मारे जाने और घायल होने की संभावना है। माओवादियों के संभावित जगह पर सुरक्षाबलों द्वारा सर्चिंग की जा रही है।