जगदलपुर। बीजापुर जिले के वेबपोर्टल पत्रकार गणेश मिश्रा व सुकमा जिले के हरिभूमि समाचार पत्र के ब्यूरो चीफ लीलाधर राठी के खिलाफ माओवादियों ने जन अदालत लगाकर मौत का फरमान जारी किया था जिसके बाद पत्रकारों ने गंगापुर के जंगलों से लेकर बस्तर संभाग मुख्यालय जगदलपुर में धरना प्रदर्शन किया था जिसके बाद माओवादी बैकफुट पर आ गए थे और बस्तर -आंध्रा बार्डर में एक बैठक आयोजित किया गया था किंतु वह बेनतीजा निकला। सर्वाधिक दिलचस्प बात यह है कि माओवादियों के साथ हुए बैठक में बस्तर संभाग मुख्यालय के किसी भी पत्रकार को शामिल नहीं किया गया।
कांकेर जिले के वरिष्ठ पत्रकार कमल शुक्ला ने कहा था कि माओवादियों के साथ हुए बैठक का खुलासा किया जायेगा किन्तु इस मामले में किसी प्रकार का खुलासा नहीं हुआ। बीजापुर जिले के खुफिया एजेंसी के मुताबिक पत्रकारों व माओवादियों के बीच 9बिंदुओं पर चर्चा हुआ जिसमें दो बिंदुओं में गणेश मिश्रा को क्लीन चिट दी गई है जबकि लीलाधर राठी के चेतावनी जारी करते हुए माओवादी विरोधी फारुख अली से दूरी बनाने को कहा।कुल मिलाकर यह बैठक बेनतीजा रही है और आगामी दिनों में कुछ भी परिणाम सामने आ सकते हैं।