कोविड-19 के प्रकोप से एक और जहां पूरा देश प्रभावित है लोगों के सामने रोजी रोटी की समस्या से लेकर बेरोजगारी के कारण लोग आत्महत्या तक करने को मजबूर हो चुके हैं वहीं दूसरी ओर कुछ अधिकारी अपनी वाहवाही लूटने के लिए इन नियमों की आड़ में आम नागरिकों को प्रताड़ित करने से भी बाज नहीं आ रहे हैं ऐसा ही एक मामला आज लोहारा के पास बटेरा चौक में देखने को मिला जहां राम रतन दुबे तहसीलदार डौंडी लोहारा कोरोना के नाम पर चालान की कार्यवाही की जा रही थी उनके द्वारा सभी गाड़ियों को रोक कर चालान काटा जा रहा था और जब उनसे पूछने पर कहा कि कलेक्टर के आदेश पर मेरे द्वारा यह करवाई की जा रही है उनके द्वारा डॉक्टर की भी
गाड़ी रोककर कार्यवाही की गई | बताये अनुसार जब कि डॉक्टर ने मास्क लगाया हुआ था और वहीँ शासकीय 108 पर असिस्टेंट बिना मास्क को यह बोलकर छोड़ दिया कि वह इमरजेंसी में जा रहे थे जब कि भरे कोरोना के समय में भी एक यात्री के साथ एक ड्राईवर की छुट दी गई थी किन्तु तहसीलदार की मनमानी कर लोगों पर जबरदस्ती कार्यवाही की जा रही है और जो कर सकते हो कर लो इस बात की धमकी दी जा रही है एक ओर जहाँ तहसील कार्यालय एवं बाजार में एवं शासकीय कार्यालयों में सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है वहीँ इस प्रकार के अधिकारी लोगों को प्रताड़ित करने के उद्देश्य से रास्ते में खड़े होकर अति आवश्यक कार्य से जा रहे लोगों को परेशान किया जा रहा है |
जबकि कार्रवाई के नाम पर चेतावनी देकर भी छोड़ा जा सकता है कई लोगों को हाथ पैर जोड़ते हुए हुए भी देखा गया उसके बावजूद इस अधिकारी द्वारा लगातार कार्रवाई की जाती रही कुछ लोगों को अपने परिचय के आधार पर छोड़ा भी जा रहा था किंतु गरीब सामान्य जनता मुक दर्शक बन इस अधिकारी की मनमानी देख रही थी